उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में मानसून आने के बाद से स्थितियां सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है। जगह जगह भारी वर्षा और बादल फटने की घटनाएं घट रही हैं। शनिवार को भी हिमाचल के शिमला में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई तथा दो लोग पानी के बहाव में बह गए।
लगातार हो रही बारिश के कारण यमुनोत्री जाने वाले लगभग 700 तीर्थयात्री रास्ते में फंसे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ बदरीनाथ का रास्ता भी अबरूद्ध हो गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश में तीन हाईवे, सात राज्यमार्ग और लगभग 190 संपर्क मार्ग सहित 200 से अधिक सड़कें बाधित हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने रविवार को हिमाचल में भारी वर्षा का येलो अलर्ट और उत्तराखंड में वर्षा का अलर्ट जारी किया है।
बता दे कि मानसून आने के बाद से उत्तर भारत की स्थित बद से बदतर हो गई है। विशेष रूप से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में स्थितियां पिछले कुछ समय से ज्यादा ही खराब है। लगातार बादल फटन और तेज वारिश के कारण भूस्खलन की कोई न कोई घटना घटती ही जा रही है।
शनिवार को हिमाचल प्रदेश के शिमला क्षेत्र में भी बादल फटने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। लगातार हो रही बारिश के कारण 200 से अधिक सड़के बाधित है। जिसके कारण 400 से अधिक गांवों का संपर्क टूटा हुआ है। वहीं बारिश के कारण यमुनोत्री जाने वाले लगभग 700 तीर्थयात्री रास्ते में फंसे हुए हैं।
गौरतलब हो कि उत्तराखंड में पिछले कुछ समय में चार जगह बादल फटने की घटना घट चुकी है। जिसमें भारी नुक्सान हुआ है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी शनिवार को तेज वर्षा और बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ। जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया।
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने वर्षा को लेकर हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तराखंड में भी वर्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा की आशंका जताई है। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बर्षा के कारण दिल्ली में यमुना का जलस्तर फिर से बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
लगातार हो रही बारिश के कारण हथनीकुड से 13 जुलाई से 22 जुलाई तक 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। 22 जुलाई को छोड़ा गया पानी दो दिन में दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। जिससे एक बार फिर दिल्ली में यमुना का जलस्तर फिर से बढ़ जाएगा।
हिमाचल में भारी वर्षा ने बढ़ाई दिक्कतें
शनिवार सुबह हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहडू में बादल फटने से दादा, दादी और पोता बह गए। दादा का शव बरामद हो गया है लेकिन दादी और पोते का अभी तक कोई पता नहीं चला है। वहीं शिमला के ही डुमैहर पंचायत में एक मकान में मलबा आने से नेपाली मूल के दो लोगों की मौत हो गई।
शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश के कारण कई घरो मे मलवा घुसने की जानकारी मिल रही है। वहीं कई वाहन भी मलबे में दब गए हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश में 610 से अधिक सड़के बंद पड़ी हैं।
उत्तराखंड के कई जिले में भारी नुकसान
लगातार हो रही बारिश के बीच उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धौंतरी, बड़कोट, पुरोला और पिथौरागढ़ के बंगापानी में बादल फटने से भारी नुक्सान हुआ। बादल फटने से चार पुलिया बह गई साथ ही 40 से अधिक मार्गों को नुकसान पहुंचा है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं।
जिसके कारण यमुनोत्री जाने वाले 700 से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं वहीं बदरीनाथ मार्ग भी अवरूद्ध है। प्रदेश में तीन हाईवे, सात राज्यमार्ग और 190 से अधिक संपर्क मार्ग समेत 200 से अधिक मार्ग टूटे हुए है जिसकी वजह से 400 गांव से संपर्क टूटा हुआ है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में कई स्थानों पर फटे बादल
जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में बादल फटने की जानकारी मिली है वहीं कुछ स्थानों पर भूस्खलन की भी जानकारी मिली है। श्रीनगर के फकीर गुजरी और डोडा जिले के कोटा नाले में बादल फटने से खबरें आ रही है। बताया जा रहा है बादल फटने से फसलों को भारी नुक्सान हुआ है। वहीं लद्दाख के लेह में बादल फटने से कई जगाहों पर सड़के क्षतिग्रस्त हो गई हैं।