लखनऊ। पेपर लीक मामले में हुई काफी फजीहत के बाद भाजपा सरकार सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान काफी सतर्क नजर आई। परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर उच्च अधिकारियों द्वारा निगाह रखी जा रही थी। लेकिन कुछ मौकपरस्त लोग लगातार अपवाह फैलाकर लोगों को भ्रमित कर रहे है। बता दें कि शुक्रवार को सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान पेपर लीक की अफवाह से पूरा तंत्र हिल गया था। इस मामले में एक सपा नेता पर अफवाह फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। वहीं शनिवार को भी एक एक्स यूजर ने पोस्ट डालकर भ्रमक सूचना फैलाने का प्रयास किया। इस मामले में भर्ती बोर्ड के सोशल मीडिया सेल ने हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
एक्स पर डाला पेपर लीक होने का स्क्रीनशॉट
पोस्ट में एक वीडियो के साथ कुछ स्क्रीनशॉट अटैच करते हुए लिखा गया था कि भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। और पूरे मामले की जांच में जुट गई। जांच के बाद पुलिस ने बताया कि पोस्ट की जांच की गई। जिसमें पाया गया कि जो स्क्रीनशॉट और वीडियो अटैच किए गए वह फर्जी हैं। परीक्षा का पेपर लीक होने की बात गलत है।
अफवाहों पर ध्यान न दें परीक्षार्थी
यूपी पुलिस की ओर से एक्स पर ही पोस्ट डाली गई जिसमें कहा गया है कि परीक्षार्थी अफवाहों पर ध्यान न दें। पेपर लीक होने की बात झूठी है। इसके बाद थाने में तहरीर देकर एक्स यूजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
शुक्रवार को भी फैली थी पेपर लीक की अफवाह
गौरतलब हो कि शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक सपा नेता यासर शाह ने सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान पेपर लीक की अफवाह फैलाई थी। सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की जानकारी मिलते ही सभी अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए थे। जानकारी मिलते ही सभी अधिकारियों के फोन बोलने लगे। तुरंत ही तथ्य की जानकारी के लिए टीम लगा दी गई। जांच करने पर पता चला कि सपा नेता यासर शाह ने भ्रम फैलाने के उद्देश्य से टेलीग्राम चैनल पर इस प्रकार का मैसेज चलाया था। तुरंत ही सोशल मीडिया पर सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। टेलीग्राम चैनल पर अफवाह फैलाने वाला हुसैनगंज थाने का बताया जा रहा है। पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर करवाई शुरू कर दी। इस मामले में साइबर सेल की टीम व एसटीएफ को जांच में लगाया गया है।
पेपर लीक की अफवाह फैलाकर लोग कर रहे थे ठगी
भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की तहरीर पर दर्ज केस में बताया गया है कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को धोखा देकर उनसे ठगी की कोशिश कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार टेलीग्राम पर चल रहे चैनल @upp paper leak 2024, @VENOM व PROOF OF STUDENT के अलावा आदित्य तोमर के टेलीग्राम अकाउंट के जरिये फर्जी प्रश्नों को वायरल कर क्यूआर कोड भेजकर रुपयों की मांग की जा रही है। इसके अतिरिक्त कई अन्य टेलीग्राम अकाउंट से भी यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस दर्ज कर टीमों को मामले की तफ्तीश में लगाया है।
पुलिस ने यूपीआई आईडी वालों पर भी कसा शिकंजा
जानकारों के अनुसार फर्जी पेपर लीक भेजकर जिनकी यूपीआई आईडी रुपये लेने के लिए भेजी गई है, उनको भी केस में आरोपी बनाया गया है। इसमें शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, मनु कुमार, कपिल और सिद्घार्थ गुप्ता शामिल हैं। डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म का भी क्यूआर कोड शेयर किया गया है। बैंक डिटेल की मदद से पुलिस इन सभी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
पुलिस ने जनता से की सतर्क रहने की अपील की
पुलिस अफसरों ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। बिना किसी संदेह के परीक्षा में शामिल हों। अगर कोई भी शख्स उनसे पेपर लीक आदि की बात कहकर संपर्क कर रकम मांगे तो तत्काल पुलिस को सूचित करें। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस, एसटीएफ समेत कई एजेंसियां लगाई गई हैं। सोशल मीडिया की भी निगरानी की जा रही है जिससे अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा सके।
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