दीपावली को लेकर इस असमंजस की स्थिति बनी हुई है कई ज्योतिशाचार्य 31 अक्तूबर और कुछ 1 नवंबर को दिवाली का पर्व बता रहे हैं। हालांकि अधिकांश लोग इस वर्ष 1 नवंबर को ही दीपावली मनाएंगे। अमूमन दीपावली से दो दिन पूर्व धनतेरस मनाया जाता है। धनतेरस से ही दीपोत्सव की शुरुआत हो जाती है। इस वर्ष धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
मान्यता है कि कार्तिक मास की त्रियोदशी के दिन ही समुद्र मंथन से धनवंतरी जी और कुवेर जी निकले थे। भगवान धनवंतरी को आयुर्वेद और चिकित्सा के देवता के रूप में माना जाता है। इसके साथ ही दीपावली पूजन के लिए भगवान की मूर्तियां धनतेरस के दिन घर लाई जाती हैं।
धनतेरस के दिन को धन और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इस दिन नई चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। लेकिन धनतेरस की पूजा करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें।
धनतेरस पर इन बातों का रखें ख्याल –
घर की करें सफाई
मान्यता है कि धनतेरस के दिन पूरे घर की साफ सफाई अच्छे से कर लें। इस बात का ध्यान रखें त्योहार के मौके पर घर स्वच्छ रखना चाहिए। धनतेरस के दिन घर से सभी बेकार वस्तुओं को बाहर निकाल देना चाहिए।
जरूर खरीदें झाडू
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। झाड़ू को देवी लक्ष्मी का प्रतीक भी मानते हैं। इसलिए मान्यता है कि इस दिन झाडू अवश्य खरीदनी चाहिए।
गाय की करें पूजा
इस दिन गाय की पूजा करने का भी विधान है। कहा जाता है कि इस दिन गाय को रोटी या हरा चारा खिलाना चाहिए।
भूलकर भी न खरीदें नुकीला सामान
ध्यान रखें कि धनतेरस के दिन नुकीली चीजों की खरीदारी नहीं की जाती है। इस दिन चाकू या कोई भी नुकीला सामान न खरीदें। धनतेरस के दिन खरीदारी करना शुभ है लेकिन इस दिन घरेलू चीजें बेचनी नहीं चाहिए।
धनतेरस पर न करें चावल का दान
अगर आप धनतेरस के दिन दान पुण्य करना चाहिए। हालांकि अगर आप दान कर रहे हैं तो चावल का दान कतई न करें। इस शुभ दिन पर खरीदारी करनी चाहिए लेकिन किसी को पैसे उधार न दें। धनतेरस पर घर के हर कोने में दीपक जलाएं या अच्छी रोशनी करें। इस दिन घर में अंधेरा नहीं होना चाहिए।
मांसाहार का न करें सेवन
मान्यता के अनुसार दीपावली के पांचों दिन मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही धनतेरस के अवसर पर घर की रसोई में प्याज, लहसुन, अंडा या मांस आदि न पकाएं।
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