हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। वहीं लोक सभा चुनाव में इंडिया गठबंधन वाली पार्टियों ने कांग्रेस पर ही आरोप मढ़ने शुरू कर दिए हैं। सभी का कहना है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी केवल अपने अहंकार के कारण हारी है। आइए जानते हैं हरियाणा में हार के बाद क्या है राजनैतिक दलों का कहना…
गठबंधन के बैनर तले हरियाणा में लड़ना चाहिए था चुनाव
चुनाव परिणाम आने के बाद कई राजनीति दलों का कहना है कि यदि कांग्रेस पार्टी हरियाणा में भी गठबंधन इंडिया के बैनर तले चुनाव लड़ती तो नतीजे अलग होते। राजनीतिक दलों का यहां तक दावा है कि अगर कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ती हरियाणा में विपक्षी गठबंधन इंडिया की सरकार बनती।
शिवसेना यूबीटी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत का कहना है कि काग्रेस हरियाणा में नहीं जीत पाई क्योंकि कांग्रेस को लगा कि वह अपने दम पर जीत सकते हैं और उन्हें सत्ता में किसी सहयोगी की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस नेता हुड्डा को लगा कि वे जीत जाएंगे। अगर उन्होंने समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी या अन्य छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन किया होता तो नतीजा कुछ और होता।
हरियाणा परिणाम को लेकर टीएमसी सांसद ने भी कांग्रेस पर साधा निशाना
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की सहयोगी टीएमसी ने भी कांग्रेस की आलोचना की है। टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने बिना कांग्रेस का नाम लिए सोशल मीडिया पर लिखा कि यह रवैया चुनाव में हार का कारण बना कि अगर हमें लगता है कि हम जीत रहे हैं तो हम किसी क्षेत्रीय पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन जिन राज्यों में हम पिछड़ रहे हैं, वहां क्षेत्रीय पार्टियों को हमें जगह देनी चाहिए। गोखले ने लिखा कि अहंकार और क्षेत्रीय दलों को नीची निगाह से देखना आपदा का कारण बनता है।
आप ने भी कांग्रेस पर कसा तंज
कांग्रेस की आलोचना की कड़ी में अगला नाम दिल्ली में सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी का है आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मैं किसी व्यक्ति विशेष या किसी राजनीतिक दल पर हमला नहीं करना चाहता। लेकिन मोटे तौर पर हरियाणा के इस चुनाव के परिणाम हम सभी के लिए एक सबक है और सभी को बहुत कुछ सिखाते हैं, खासकर कांग्रेस को कि अति आत्मविश्वास की स्थिति अच्छी नहीं होती।
अगर हम यह मान लें कि हम चुनाव जीत रहे हैं और हमें किसी के समर्थन की जरूरत नहीं है और चुनाव शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया है, तो अति आत्मविश्वास की स्थिति अक्सर चुनावों में घातक साबित होती है।
ओवैसी ने कांग्रेस पर साधे तीर
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ इतने सारे मुद्दे होने के बावजूद कांग्रेस अभी भी उसे हरा नहीं पाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को 10 साल की सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाना चाहिए था, लेकिन ऐसा लगता है कि उनके आंतरिक मतभेदों के कारण बीजेपी को फायदा मिला।
उन्होंने कहा कि अगर आप चुनावी लड़ाई में बीजेपी को थोड़ा भी मौका देते हैं, तो बीजेपी इसका फायदा उठाती है। कांग्रेस वहां मुख्य विपक्ष हैं और उनके पास भाजपा को हराने का सुनहरा अवसर था, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके।
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