मराठी फिल्म इंडस्ट्री के विनोद खन्ना कहे जाने वाले एक्टर-डायरेक्टर रविन्द्र महाजनी का पुणे के तालेगांव में निधन हो गया। वह 77 साल के थे। पिछले 8 महीने से वह पुणे में एक किराए के फ्लैट में रह रहे थे। यहीं पर उनका शव मिला। उनकी मृत्यु की जानकारी उस समय लगी जब उनके पडोसियों ने उनके मकान से बदबू आने की शिकायत पुलिस से की।
जानकारी पर पहुची पुलिस ने जब फ्लैट का दरवाजा तोडा तो वहां रविन्द्र मृत पड़े हुए थे। पुलिस के अनुसार उनकी मृत्यु दो तीन दिन पहले हो गई थी। रविन्द्र की मृत्यु की खबर मिलते ही मराठी फिल्म इंडस्ट्री में दुख की व्यक्त कर रही है।
बता दे कि रविन्द्र महाजनी पुणे के तालेगांव-दाभाड़े स्थित किराए के फ्लैट पिछले आठ महीने से रह रहे थे। इसी फ्लैट पर ही उनका शव मिला है। बताया जा रहा है कि वह अधिकतर इस फ्लैट में रहने के लिए आ जाते हैं। शुक्रवार को उनके पडोसियों ने फ्लैट से बदबू आने की शिकायत पुलिस से की।
लोगों की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने जब फ्लैट का दरवाजा तोड़ा तो रविन्द्र को वहां मृत अवस्था में पाया। फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने बताया शव को देखकर लगता है कि उनकी मृत्यु दो से तीन दिन पहले ही हो गई थी। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही बताया जा सकता है।
दो तीन दिन पहले ही हो चुकी थी मृत्यु
पुलिस ने आशंका जताते हुए कहा है कि शव को देखने से लगता है कि उनकी मृत्यु दो से तीन दिन पहले ही हो चुकी थी। रविन्द्र महाजनी की मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही बताया जा सकता है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रविन्द्र महाजनी का फिल्मी सफर
रविन्द्र महाजनी ने मुख्य रूप से मराठी फिल्मों में काम किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने हिन्दी और गुजराती फिल्मों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। उन्होंने 1975 में बी. शांताराम द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म झुंज से अपने करियर की शुरूआत की थी।
इसके बाद लक्ष्मी, दुनिया करी सलाम, गुकलहाट गुकल, बॉम्बे चा फौजदार जैसी लोकप्रिय फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। लोगों ने 1980 में आई फिल्म मुंबईचा फौजदार और 1990 में आई फिल्म आ कलात नकलत में उनके किरदार की खूब प्रशंसा की। उनकी लोकप्रियता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें मराठी फिल्म का विनोद खन्ना कहा जाता था।
इसके साथ ही वह सात हिन्दुस्तानी में अमिताभ बच्चन के साथ भी काम कर चुके हैं। इस फिल्म में उन्होंने पुलिसवाले का किरदार निभाया था। उन्होंने 1997 में आई मराठी फिल्म सत्ते पिश किनी से डायरेक्टर और निर्माता के रूप में नई पारी की शुरूआत की थी।