नौतपा गर्मी से जुड़ा शब्द है। जिसका अर्थ होता है नौ दिनों तक गर्मी के कारण तपना
शास्त्रों के अनुसार जब ज्येष्ठ मास में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो गर्मी बढ़ जाती है और 9 दिनों तक भीषण गर्मी पड़ती है, इसे ही नौतपा कहते हैं।
हिन्दू धर्म में नौतपा में सूर्य देव की उपासना का विशेष महत्व है। इसके साथ ही इस दौरान दान धर्म करना भी पुण्यकारी माना जाता है।
एक कहावत के अनुसार नौतपा के पहले दो दिन चूहों की संख्या, अगले दो दिन फसल को नुक्सान पहुंचाने वाले कीट, पांचवे दिन टिड्डियों के अंडे, छठे दिन बुखार लाने वाले जीवाणु, सातवें दिन सांप एवं बिच्छू नष्ट हो जाते हैं। एवं अंतिम दो दिन लू चलने से आंधी आने की संभावना कम कम हो जाती है।
नौतपा के दौरान विधि-विधान से सूर्यदेव की उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और जीवन में प्रसन्नता आती है। प्रतिदिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए।