नई दिल्ली। इंफोसिस के संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति के 70 घंटे काम करने की टिप्पणी के बाद से सोशल मीडिया पर एक बहस सी शुरू हो गई है। ऐसे में कई लोगों ने नारायण मूर्ती पर हमला बोलते हुए कहा है कि नारायण मूर्ती स्वयं सप्ताह में कितने घंटे काम करते हैं जो वह दूसरों को 70 घंटे काम करने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में नारायण मूर्ती की पत्नी सुधा मूर्ती उनके वचाव में उतर आई हैं। उन्होंने बताया कि नारायण मूर्ती ने सप्ताह में 80 से 90 घंटे काम किया है।
बता दें की कुछ दिन पूर्व ‘3वन4’ कैपिटल के पॉडकास्ट ‘द रिकॉर्ड’ के उद्घाटन एपिसोड में बातचीत के दौरान नारायण मूर्ति ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए युवओं को अतिरिक्त् घंटे काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम अपनी वर्क प्रोडक्टिविटी में सुधार किए बिना चीन, जापान और जर्मनी जैसे देशों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते है। उन्होंने कहा कि दूश की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए युवाओं को सप्ताह में 70 घंटे काम करना चाहिए। नारायण मूर्ती के इस बयान के बाद से ही सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई थी। कई लोग नारायण मूर्ती से ही उनके काम करने के घंटों की जानकारी मांगने लगे थे।
ऐसे में नारायण मूर्ती की पत्नी, लेखिका और इंफोसिस फाउंडेशन की प्रमुख सुधा मूर्ती ने कहा कि नारायण मूर्ती ने एक सप्ताह में 80 से 90 घंटे काम किया है। इसी कारण उन्हें नहीं पता कि इससे कम काम क्या होता है। वह कड़ी मेहनत और लगन में विश्वास करते हैं और उन्होंने स्वयं ऐसा किया है। इसी कारण उन्होंने वही कहा जो वह महसूस करते हैं।
नारायण मूर्ती ने अपना अनुभव किया साझा
सुधा मूर्ती ने कहा कि नारायण मूर्ती ने जुनून और कड़ी मेहनत के साथ काम किया है। वह मेहनत और जुनून में विश्वास रखते हैं और उन्होंने अपना काम कड़ी मेहनत के साथ किया है। कार्यक्रम में उन्होंने केवल अपने अनुभव को लोगों को बताया है। नारायण मूर्ती ने कार्यक्रम में वहीं कहा जो उन्होंने अभी तक अनुभव किया है।
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नारायण मूर्ती के समर्थन में आए अनुपम मित्तल
शादी डॉट काम के संस्थापक अनुपम मित्तल ने सोशल मीडिया एक्स पर अपने नई पोस्ट में शार्क टैंक इंडिया के अपने साथियों के साथ एक सेल्फी साझा की है जिसमें उन्होंने कहा कि इतने वर्षों बाद भी 70 घंटे काम कर रहे हैं।
वहीं टेक महिंद्रा के सीईओ सीपी गुरनानी ने नारायण मूर्ती का समर्थन करते हुए कहा कि जब नारायण मूर्ती काम की बात करते हैं तो यह कंपनी तक सीमित नहीं होती है यह आप तक और पूरे देश तक फैली होती है। नारायण मूर्ती ने यह नहीं कहा है कि कंपनी के लिए 70 घंटे काम करें। कंपनी के लिए 40 घंटे काम करें और अपने लिए 30 घंटे काम करें।”
गुरनानी ने कहा कि 10000 घंटे निवेश करने से आप अपने विषय के मास्टर बन जाते हैं। आधी रात तक मेहनत करें और अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ बनें।