नई दिल्ली (डेस्क)। पेरिस में होने वाले पैरालंपिक के समापन समारोह में स्वर्ण पदक जीतने वाले पैरा तीरंदाज हरविंदर सिंह और पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली प्रीति पाल भारतीय ध्वजवाहक होंगे। तीरंदाजी में 33 वर्षीय हरविंदर ने पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर भारत में इतिहास रचा था। इससे पहले हरविंदर ने टोक्यो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीता था।
एक कार्यक्रम दौरान हरविंदर ने कहा कि समापन समारोह के दौरान भारतीय ध्वज पकड़ना उनके लिए सर्वोच्च सम्मान की बात की है। उन्होंने कहा कि जिसका उन्होंने सपना देखा था वह पूरा हो गया है। भारत के लिए स्वर्ण जीतना ऐसा सपना था जो पूरा हो गया है।
उन्होंने कहा कि समापन समारोह में ध्वजवाहक बनने का सर्वोच्च सम्मान मिलना जो मेरा दूसरा सपना था वो भी पूरा हो रहा है। यह जीत उन सभी लोगों की है जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और मुझे उम्मीद है कि मैं उन लोगों को प्रेरित करूंगा जो अपने सपने पूरा करना चाहते हैं।
वहीं प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक में महिला टी35 स्पर्धा में 100 मीटर और 200 मीटर में 14.21 सेकेंड और 30.01 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता था। उन्होंने कहा कि ध्वजवाहक के तौर पर भारत का प्रतिनिधत्व करना उनके लिए सम्मान की बात है।
उन्होंने कहा कि यह सम्मान सिर्फ मेरे लिए नहीं है, जबकि सभी पैरा एथलीटों के लिए है सम्मान की बात है जिन्होंने अपनी क्षमता से आगे बढ़कर देश को गौरवान्वित किया है। मैं समापन समारोह में अपनी अभूतपूर्व टीम का नेतृत्व करने के लिए रोमांचित हूं।
भारत ने किया अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
इस वर्ष भारत के लिए पेरिस पैरालंपिक शानदार रहा है। इस वर्ष टीम ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। भारत अब तक इन खेलों में छह स्वर्ण, नौ रजत और 11 कांस्य के साथ कुल 26 पदक जीत चुका है जो उसका पैरालंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। बता दें पिछली बार भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में पांच स्वर्ण सहित कुल 19 पदक जीते थे।
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