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चुनाव आयोग ने किया उपचुनाव का ऐलान, दो लोकसभा और 48 विधानसभा सीटों पर होने है उपचुनाव, जाने कहां और क्यों आई चुनाव की नौवत?

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चुनाव आयोग ने मंगलवार को दो लोकसभा सीटों सहित 48 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का एलान कर दिया है। इसके साथ ही देश भर में 14 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव होंगे। चुनाव आयोग के अनुसार चुनाव दो चरणों में होंगे तथा मतगणना 23 नवंबर को होगी। उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट और केरल की देवीकुलम विधानसभा सीट पर उपचुनाव का एलान नहीं किया गया है। इसी प्रकार पश्चिम बंगाल की बशीरहाट सीट भी यहां के सांसद के निधन के कारण रिक्त हुई है। यहां भी चुनावों का एलान अभी नहीं हुआ है। 

चुनाव आयोग के अनुसार 13 राज्यों की 47 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा, जबकि महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट और उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा। सभी सीटों की मतगणना 23 नवंबर को होगी।

जानते हैं कि देश में किन-किन लोकसभा और विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है? साथ ही यह भी जानते हैं कि इन सीटों पर चुनाव की क्या वजह है? 

लोकसभा की सीटें जहां होने हैं उपचुनाव

केरल, वायनाडपूरे देश में जिन लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें सबसे अधिक चर्चित सीट वायनाड की है। बता दें वायनाड सीट राहुल गांधी के इस्तीफे से रिक्त हुई है। 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी वायनाड के साथ-साथ रायबरेली सीट से भी चुनाव लड़े थे और जीते भी थे। लेकिन राहुल गांधी ने रायबरेली सीट को अपने पास रखा और वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया। 

महाराष्ट्र, नांदेड़:  जिन लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें दूसरी सीट महाराष्ट्र के नांदेड़ सीट है। महाराष्ट्र की यह सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन के कारण रिक्त हुई है। 

पश्चिम बंगाल, बशीरहाट: पश्चिम बंगाल कीबशीरहाट लोकसभा सीट तृणमूल सांसद हाजी नुरुल इस्लाम के निधन के कारण रिक्त हुई है। इस सीट पर उपचुनाव का एलान चुनाव आयोग ने नहीं किया है। यहां उपचुनाव की घोषणा बाद में होगी।

विधानसभा की सीटें जहां होने हैं उपचुनाव

उत्तर प्रदेश: राज्य की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। उनमें अयोध्या की मिल्कीपुर, अलीगढ़ जिले की खैर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, गाजियाबाद की गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, कानपुर नगर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, मिर्जापुर की मझवां, मुरादाबाद की कुंदरकी और मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट शामिल है। इनमें से मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की घोषणा अभी नहीं की गई है।

उत्तर प्रदेश की इन सीटों पर किस पार्टी की हुई थी विजय

राज्य की जिन दस सीटों पर उपचुनाव होना है उन सीटों पर 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने सबसे अधिक पांच सीटें जीती थीं। वहीं, भाजपा ने इनमें से तीन सीटें जीतीं थीं। राष्ट्रीय लोक दल और निषाद पार्टी के एक-एक उम्मीदवार इन सीटों पर जीते थे।

क्यों खाली हुई थी उत्तर प्रदेश की यह सीटें

गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव में कई विधायक सांसद निर्वाचित हुए थे। इनमें से पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत नौ विधायक शामिल हैं। सांसद बनने के बाद निर्वाचित विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं, कानपुर नगर की सीसामऊ सीट 2022 में यहां से जीते सपा के इरफान सोलंकी को अयोग्य करार दिए जाने के कारण रिक्त हो गई थी। 

मैनपुरी, करहलउत्तर प्रदेश में जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें सबसे चर्चित करहल सीट है। यादव बहुल करहल सीट अखिलेश यादव के सांसद बनने के कारण रिक्त हुई है। यहां के विधायक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव थे जो 2024 के लोकसभा चुनाव में कन्नौज से जीतकर सांसद बन गए हैं।

अयोध्या, मिल्कीपुर:  हाल के लोकसभा चुनाव के बाद जिन सीटों पर हार-जीत की सबसे ज्यादा चर्चा हुई उसमें अयोध्या शामिल है। मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव का एलान नहीं किया गया है। यूपी में भाजपा की सीटें कम होने के साथ अयोध्या जिले की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भी हार का सामना करना पड़ा था। सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद यहां से करीब 54 हजार वोटों से जीत गए थे। लोकसभा का चुनाव जीतने वाले अवधेश प्रसाद 2022 में फैजाबाद जिले की मिल्कीपुर सीट से जीते थे।  

अंबेडकर नगर, कटेहरी: सपा के विधायक रहे लालजी वर्मा भी अब लोकसभा के सांसद बन गए हैं। उनके इस्तीफे से कटेहरी सीट पर उपचुनाव होना है। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के लालजी वर्मा में एडीए गठबंधन में शामिल निषाद पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था।

मुरादाबाद, कुंदरकी: कुंदरकी विधानसभा सीट से सपा नेता जिया उर रहमान जीते थे लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में वह संभल से सपा के सांसद बन गए हैं। सांसद बनने के बाद जिया उर रहमान के विधायक पद से इस्तीफे के बाद कुंदरकी में उपचुनाव होना है। 

कानपुर नगर, सीसामऊ: उत्तर प्रदेश कीजिन दस सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें सीसामऊ अकेली सीट है जहां मौजूदा विधायक की अयोग्यता के चलते उपचुनाव होगा। तत्कालीन सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद यह सीट रिक्त हुई है।

गाजियाबाद: 2022 के विधानसभा चुनाव मेंभाजपा की तरफ से अतुल गर्ग जीते थे। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में वह गाजियाबाद लोकसभा सीट से सांसद बन गए हैं।  उनके सांसद बनने के बाद इस सीट पर उपचुनाव होना है।

प्रयागराज, फूलपुर: फूलपुर विधानसभा सीट से विधायक प्रवीण पटेल फूलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुन लिए गए हैं। प्रवीण के विधायक पद से इस्तीफे के चलते उपचुनाव होगा।

मुजफ्फर नगर, मीरापुर: राष्ट्रीय लोक दल के चंदन चौहान मीरापुर सीट से विधायक थे। चंदन ने 2024 लोकसभा चुनाव में बिजनौर सीट से अपनी किस्मत आजमाई और सफल भी हुए। चंदन चौहान के विधायक पद से इस्तीफे के कारण से मीरापुर में उपचुनाव होना है।

मिर्जापुर, मझवां: यहां से निषाद पार्टी के विधायक रहे डॉ. विनोद कुमार बिंद भी अब लोकसभा के सांसद बन गए हैं। उनके इस्तीफे से मझवां सीट पर उपचुनाव होना है। 

अलीगढ़, खैर: भाजपा के अनूप प्रधान वाल्मीकि खैर सीट से विधायक थे। अनूप ने 2024 लोकसभा चुनाव में हाथरस सीट से अपनी किस्मत आजमाई और सफल हासिल की। उनके विधायक पद से इस्तीफे की वजह से खैर में उपचुनाव होना है।

राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

झुंझुनू: कांग्रेस विधायक बृजेंद्र ओला के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

रामगढ़: कांग्रेस विधायक जुबेर खान का निधन।

खींवसर: रालोप विधायक हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

सलूम्बर: भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा का निधन।

चौरासी: भारत आदिवासी पार्टी विधायक राजकुमार रोत के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

दौसा: कांग्रेस विधायक मुरारीलाल मीणा के सांसद बनने से खाली हुई।

देवली-उनियारा: कांग्रेस विधायक हरीश मीणा के सांसद बनने से खाली हुई।

पश्चिम बंगाल में छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

सिताई: तृणमूल विधायक जगदीश चंद्र बर्मा के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

मेदिनीपुर: तृणमूल विधायक जून मालिया के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

नैहाटी: तृणमूल विधायक पार्थ भौमिक के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

हारोआ: विधायक से सांसद बने तृणमूल के हाजी नुरुल इस्लाम का निधन।

मदारीहाट: भाजपा विधायक मनोज तिग्गा के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

तलडांगरा: तृणमूल विधायक अरूप चक्रवर्ती के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

तरारी: भाकपा माले विधायक सुदामा प्रसाद के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

रामगढ़: राजद विधायक सुधाकर सिंह के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

बेलागंज: राजद विधायक सुरेंद्र यादव के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

इमामगंज: विधायक जीतन राम मांझी के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

पंजाब में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

बरनाला: आप विधायक गुरमीत मीत हेयर के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

डेरा बाबा नानक: कांग्रेस विधायक सुखजिंदर रंधावा के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

चब्बेवाल: आप विधायक राज कुमार चब्बेवाल के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

गिद्दड़बाहा: कांग्रेस विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

असम में पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

धोलाई (एससी): भाजपा विधायक परिमल शुक्लबैद्य के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

सिदली (एसटी): यूपीपीएल विधायक जोयंता बसुमतारी के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

बोंगाईगांव: एजीपी विधायक फणी भूषण चौधरी के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

बेहाली: भाजपा विधायक रंजीत दत्ता के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

सामगुरी: कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

कर्नाटक में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

चन्नपटना: जेडीएस विधायक एचडी कुमारस्वामी के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

शिगगांव: भाजपा विधायक बसवराज बोम्मई के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

संदूर: कांग्रेस विधायक ई. तुकाराम के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

कर्नाटक में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

चन्नपटना: जेडीएस विधायक एचडी कुमारस्वामी के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

शिगगांव: भाजपा विधायक बसवराज बोम्मई के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

संदूर: कांग्रेस विधायक ई. तुकाराम के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

केरल में तीन विधानसभा सीटों में से दो पर उपचुनाव के कारण

पलक्कड़: कांग्रेस विधायक शफी परम्बिल के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

चेलक्करा: माकपा विधायक के. राधाकृष्णन के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

देवीकुलम: माकपा विधायक ए. राजा के अयोग्य ठहराए जाने से सीट खाली हुई। गौरतलब हो कि कानूनी पेंच के चलते यहां चुनाव का एलान नहीं हुआ है।

मध्य प्रदेश में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

बुधनी: भाजपा विधायक शिवराज सिंह चौहान के सांसद बनने से सीट खाली हुई।

विजयपुर: कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के इस्तीफे से सीट खाली हुई।

सिक्किम में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के कारण

नामची-सिंघीथांग: एसकेएम विधायक कृष्णा कुमारी राय के इस्तीफे से सीट खाली हुई।

सोरेंग-चाकुंग: एसकेएम विधायक प्रेम सिंह तमांग के इस्तीफे से सीट खाली हुई।

उत्तराखंड, गुजरात, मेघालय और छत्तीसगढ़ में एक-एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव का कारण

वाव, गुजरात: कांग्रेस विधायक गेनीबेन ठाकोर के सांसद बनने से खाली हुई।

केदारनाथ, उत्तराखंड: भाजपा विधायक शैला रानी रावत का निधन।

रायपुर शहर दक्षिण, छत्तीसगढ़: भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने से खाली हुई। गांबेगरे, मेघालय: कांग्रेस विधायक सलेंग ए संगमा के सांसद बनने से सीट खाली हुई है।

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