बरेली। सिक्खों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर लगातार कार्यक्रम चल रहे हैं। विभिन्न गुरूद्वारों से प्रभातफेरियां भी निकाली जा रही हैं। इसी क्रम में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा मॉडल टाउन व गुरुद्वारा सुभाष नगर से हर्षोल्लास के साथ प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभातफेरी क्षेत्र के मुख्य मार्गों से होते हुए गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर संपन्न हुई।
प्रभात फेरी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी साहब के आगे दर्जनों ढोल के साथ-साथ सेवक सेविकाएं झाड़ू लगाते हुए और जल एवं फूलों की सेवा करते हुए शोभा बढ़ा रहे। वहीं कीर्तनी गुरु के शब्द गायन कर रहे थे। सेंट्रल गुरपुरब कमेटी के नेतृत्व में समूह संगत के सहयोग से अमृतमयी कीर्तन दरबार विशप मंडल इंटर कॉलेज के मैदान में लगे विशाल पंडाल में सजाया गया।
निकाली प्रभातफेरी
प्रभातफेरी शाम 7 बजे बैंड बाजे के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की सवारी सहिब वाहिगुरू का जाप करते हुए संगत लेकर पहुंची। पंडाल में पालकी साहिब पर सुशोभित कर प्रकाश किया गया। इसके उपरांत श्री सोदर रहरास साहिब के पाठ से दीवान की शुरुआत हुई।
मुख्य रूप से आए केशगढ़ साहिब से भाई शमनदीप सिंह (तान) ने अपनी मधुर आवाज में कीर्तन गायन किया। उपरांत श्री अमृतसर साहिब मंजी साहिब दीवान से आए ज्ञानी कुलदीप सिंह (गढ़गज) ने गुरु नानक साहिब के इतिहास को लेकर कथा व्याख्यान किया एवं गुरु नानक जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए संगत को रूबरू करवाया।
अंत में हजूरी रागी जत्था श्री दरबार साहिब अमृतसर से आए भाई गुरविंदर सिंह आनंदपुरी ने श्री गुरु नानक देव साहब की शान में कई शब्द गायन किया।
इस दौरान गुरुद्वारा सुभाष नगर कमेटी की तरफ से कॉफी का स्टॉल एवं पकोड़े और मिठाई का स्टाल भी लगाया गया। कार्यक्रम की समाप्ति के उपरांत संगत ने गुरु का लंगर ग्रहण कर गुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया। महासचिव हरप्रीत सिंह खालसा ने बताया कि सोमवार को प्रातः 8 बजे से मुख्य दीवान आरंभ होगा जो दोपहर 3 बजे तक चलेगा।
लगभग 12 बजे से गुरु का लंगर प्रभु इच्छा तक चलता रहेगा। सेंट्रल गुरपुरब कमेटी के अध्यक्ष परमजीत सिंह ओबरॉय ने अपील की है कि समूह नानक नाम लेवा संगत कार्यक्रम में उपस्थित होकर गुरु महाराज की खुशियां प्राप्त करें।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से परमजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, देवेंद्र सिंह, हरप्रीत सिंह गोलू, दलबीर सिंह, परदमन सिंह, सतवंत सिंघ, डॉ महेंद्र सिंह बासु, परमजीत सिंघ दुआ, एवं बरेली शहर के सभी कमेटियों के पदाधिकारी मौजूद रहे।