नूंह/मेवात। हरियाणा के नूंह जिले में बृजमंडल यात्रा पर समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया। विश्व हिन्दू परिषद द्वारा निकाली जा रही यात्रा पर पथराव और फायरिंग के बाद जिले का माहौल ज्यादा ही खराब हो गया। नूंह जिले से शुरू हुई हिंसा धीरे धीरे हरियाणा के कई जिलों में फैल गई।
जानकारी के अनुसार कई स्थानों पर हालात बेकाबू हो गए हैं। इस हिंसा में दो पुलिस वालों की मौत की सूचना मिल रही है। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। साथ ही अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं भी अस्थाई रूप से बंद कर दी हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली में भी रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की मांग की है साथ ही केन्द्र सरकार से भी मदद की गुहार लगाई है।
बता दे पिछले तीन सालों से विश्व हिन्दू परिषद की ओर से प्रत्येक वर्ष बृजमंडल यात्रा निकाली जाती है। यात्रा महादेव मंदिर से शुरू होकर बडकली चौक होते हुए फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना के गांव सिंगार आनी थी। लेकिन समुदाय विशेष के उपद्रवियों ने करीब एक बजे यात्रा पर पथराव और फायरिंग कर दी। इस दौरान कई गाडियों में तोड़फोड के साथ दर्जनों गाडियों को आग के हवाले भी कर दिया।
नूंह में कैसे भड़की हिंसा?
जानकारी के अनुसार पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विश्व हिन्दू परिषद की ओर से बृजमंडल यात्रा (भगवा यात्रा) निकाली जा रही थी। महादेव मंदिर से शुरू हुई यात्रा बडकली चौक होते हुए फिरोजपुर और पुन्होना के गांव सिंगार आनी थी। करीब एक बजे जब यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची तो पहले से एकत्रित समुदाय विशेष के लोगों ने यात्रा पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी।
यात्रा पर पथराव की सूचना के बाद पूरे क्षेत्र में हिंसा भडक गई। सूत्रों के अनुसार हिंसा की खबर फैलते ही समुदाय विशेष के लोग क्षेत्र में एकत्र होने लगे जिससे हिंसा उग्र रूप धारण करने लगी। जानकारी के अनुसार अब तक 50 से अधिक वाहनों में तोड़फोड और आगजनी की गई है।
मोनू मानेसर की वीडियाे से भड़की हिंसा
कुछ लोगों को मानना है कि मोनू मानेसर की एक वीडियो के कारण ही हिंसा भड़की है। बता दे मोनू मानेसर का नाम दोहरे हत्या कांड के साथ जोड़ कर देखा जाता है। पुलिस रिकॉर्ड में मोनू मानेसर को इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी बनाया गया है। इसके अतिरिक्त वह गोरक्षा दल के साथ भी जुड़ा हुआ है। सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर ने यात्रा में शामिल होने की जानकारी दी थी। साथ ही मोनू ने लोगों से भी इस यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने के लिए कहा था। वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों इसका विरोध करने लगे थे।
पुलिस ने मंदिर में महिलाएं को पहुंचाया
हिंसा के बढ़ने के साथ ही पुलिस के आगे हिंसा में फंसी माहिलाओं की सुरक्षा एक बड़ा सवाल था। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने मंदिर का सहारा लिया। दंगे में फंसी महिलाओं को पुलिस ने पास के मंदिर में बंद कर दिया। किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए पुलिस ने सबसे पहले महिलाओं को मंदिर में बंद करने के बाद मंदिर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बड़ा दी। वहीं कुछ स्थानिए लोग भी मंदिर और महिलाओं की सुरक्षा के लिए गुट बनाकर मंदिर के चारो ओर इक्टठे हो गए।
बस को लूटा, थाने के सामने कई वाहनों में लगाई आग
जानकारी के अनुसार विशेष समुदाय के लोगों ने पहले एक निजी बस में जमकर लूट पाट की और उसके बाद सभी सवारियों को उतारकर बस से थाने को तोडने का प्रयास किया। लेकिन इसमें वह पूरी तरह सफल नहीं हो पाए और बस थाने की दीवार से टकरा गई। बस के टकराने से थाने की दीवार टूट गई। उसके बाद उपद्रवियों ने थाने के पास कई वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान पुलिस के कई कर्मचारी भी घायल हो गए।
पुलिस की 10 कंपनियां बुलाई
हिंसा को शांत करने के लिए प्रशासन की ओर से जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। साथ ही किसी भी अज्ञात व्यक्ति के आवाजाही पर पूरी तरह से पावंदी लगा दी है। स्थिति को सुधारने के लिए जिले में पुलिस की 10 कंपनियां बुलाई गई हैं।
अर्धसैन्य बल की 15 टुकड़ियां बुलाई
सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए हरियाणा में अर्ध सैनिक बलों की 15 कंपनियां लगा दी गई है। प्रशासन ने हिंसा प्रभावित सभी जिलों के स्कूल कॉलेज बंद कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने की शांति की अपील
नूंह जिले से भड़की हिंसा को शांत करने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सभी पक्षकारों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि संवाद और बातचीत से सभी विषयों का हल निकल सकता है। उन्होंने सभी नागरिकों से प्रदेश और समाज के हित के लिए योगदान की अपील की है।
नूंह हिंसा में दो होमगार्ड की मौत, कई घायल
प्राप्त जानकारी के अनुसार नूंह जिले से शुरू हुई हिंसा में दो होमगार्ड की मौत हो गई है। इसके साथ ही दर्जन भर से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिंसा में डीएसपी सज्जन सिंह के सिर में कई गोलियां लगी हैं वहीं गुरूग्राम के सेक्टर 40 के क्राइम यूनिट के इंस्पेक्टर संदीप कुमार के पेट में गोली लगी है। हिंसा में अडिशनल सब इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार भी घायल हुए हैं।