जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला होंगे। यह घोषणा नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और उमर अब्दुल्ला के पिता फारूक अब्दुल्ला ने की। उन्होंने कहा कि लोगों ने 10 वर्षों बाद हमें अपना जनादेश दिया है।
बता दें जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में कुल 90 सीटों पर चुनाव हुआ था। जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 49 सीटें हासिल की हैं जबकि बहुमत के लिए 46 सीटों की आवश्यकता थी। जीत हासिल करने के बाद श्रीनगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने घोषणा करते हुए कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री होंगे।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि दस वर्षों बाद जनता ने उन्हें अपना जनादेश देकर अपना विश्वास दिखाया है। उमर अब्दुल्ला के नाम की घोषणा विधानसभा चुनाव जीत होंसिल करने के बाद की।
हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विकसित करना होगा विश्वास
फारूक अब्दुल्ला ने कहा हम अल्लाह से प्रार्थना करते हैं कि हम उनकी उम्मीदों पर खरे उतरें। यहां पुलिस राज नहीं बल्कि जनता का राज होगा। उन्होंने कहा कि हम जेल से निर्दोष लोगों को रिहा करने का प्रयास करेंगे। मीडिया स्वतंत्र रहेगा। हमें हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विश्वास विकसित करना होगा।
उन्होंने कहा कि लोगों ने अपना जनादेश दिया है। उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करना का समर्थन करते हुए कहा कि जनता ने साबित कर दिया है कि वे 5 अगस्त को लिए गए फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि गठबंधन के सहयोगी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की लड़ाई में नेशनल कॉन्फ्रेंस की मदद करेंगे, जो अपने विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद केंद्र शासित प्रदेश बन गया है।
उमर अब्दुल्ला इससे पहले रह चुके हैं जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री
बता दें कि उमर अब्दुल्ला इससे पहले 2009 से 2015 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पिछले दस वर्षों से वह विपक्ष की भूमिका में थे। दस वर्षों बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री चुने जाने पर उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि कहा है कि हम प्रयास करेंगे की सभी हिन्दू और मुसलमानों की बीच विश्वास विकसित हो, साथ ही निर्दोष लोगों को भी जेल से निकालने का वह प्रयास करेंगे।
यह भी पढ़ें : Saharanpur: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के बयान से बवाल, 40 पर केस, 12 पकड़े