हिन्दू धर्म में व्रतों का विशेष महत्व है। वैज्ञानिक रूप से भी देखे तो स्वास्थ्य के लिए व्रत महत्व रखते है। शास्त्रों के अनुसार व्रत में विशेष प्रकार के ही भोजन ग्रहण कर सकते हैं। ऐसे में व्रत रखने वाले के दिमाग में सबसे बडी समस्या होती है कि वह क्या खाएं और क्या न खाएं। वहीं दूसरी तरफ इस भाग दौड भरी जिन्दगी में लोगों के पास इतना समय भी नहीं होता है कि वह व्रत के लिए कुछ खास बना सके। ऐसे में यदि आपको भी व्रत में कुछ समझ में नहीं आ रहा है और आप झटपट कुछ नाश्ता बनाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। कच्चे आलू का यह नाश्ता बनाने के लिए आपको बहुत ही कम चीजों की आवश्यकता है साथ ही आप इसे बहुत ही कम समय में बना कर तैयार कर सकते हैं।
सामग्री –
कच्चे आलू – 3 पीस
मूंगफली – आधा कप
देसी घी – 2 छोटी चम्मच
काली मिर्च पाउडर – एक छोटी चम्मच
सूखी लाल मिर्च – 2 पीस
जीरा – एक छोटी चम्मच
जीरा पाउडर – आधी छोटी चम्मच
थोड़ा सा बारीक कटा हुआ हरा धनिया
सेंधा नमक स्वाद के अनुसार
बनाने की विधि
आलू का नाश्ता बनाने के लिए सबसे पहले बडे आकार के तीन आलू ले और उनका छिलका छीलकर कद्दूकस कर लें। उसके बाद कद्दूकस किए हुए आलू को पानी से अच्छी तरह साफ कर पानी में ही थोडी देर पडे रहने दें।
वहीं दूसरी तरफ गैस पर कड़ाई चढ़ाकर उसमें मूंगफली डालकर धीमी आंच पर भून लें। मूंगफली के अच्छी तरह भून जाने के बाद इसे एक प्लेट में निकाल कर उसे ठंडा होने के लिए रख दे। जब मूंगफली ठंडी हो जाए तो उसे मिक्सी के जार में डालकर दरदरा पीस लें।
इसके बाद एक कड़ाही में दो चम्मच देसी घी डालकर गर्म करें। जब घी गर्म हो जाए उसके बाद उसमें जीरा डालकर कर अच्छे से जीरा भून लें उसके बाद बारीक कटी हुई लाल मिर्च, और कद्दूकस किया हुआ आलू, जीरा पाउडर और काली मिर्च का पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं। बाद में स्वाद अनुसार नमक मिलाएं।
अब कडाई को ढक कर धीमी आंच पर 8 से 10 मिनट के लिए पकाएं। बीच बीच में आलू को चलाते रहें जिससे आलू जल न जाए। आलू के पूरी तरह पक जाने के बाद इसमें दरदरी पीसी हुई मूंगफली, बारीक कटा हुआ हरा धनिया और लगभग एक चम्मच नींबू का रस डाल कर अच्छे से मिला दें।
अब आपका व्रत में खाने के लिए आलू का नाश्ता खाने के लिए तैयार है। यदि आप यह नाश्ता व्रत के लिए नहीं बना रहे हैं तो आप इसमें अपने स्वाथ अनुसार अन्य मसाले भी डाल सकते हैं।