28 अप्रैल को शुक्र ग्रह व सात मई को गुरू ग्रह के अस्त होने के साथ ही सभी मांगलिक कार्य पूरी तरह से रोक दिए जाएंगे। ज्योतिषाचार्य पंडित पीयूष अवतार शर्मा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार गुरू और शुक्र ग्रह के अस्त होने के बाद विवाह आदि मांगलिक कार्य वर्जित माने गए हैं। पांच जुलाई को शुक्र के उदय के साथ ही मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे। हालांकि 10 मई को अक्षय तृतीया पर अबूझ मुहूर्त पर विवाह आदि मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।
पंडित पीयूष अवतार शर्मा ने बताया कि 28 अप्रैल को शुक्र अस्त हो रहे है और उसके बाद 7 मई को गुरू भी अस्त हो रहे हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दौरान विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि मांगलिक कार्यों को करने की मनाही है। हालांकि 10 मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर अबूझ मुहूर्त है इस दिन विवाह कार्य हो सकता है। पांच जुलाई को शुक्र के उदय होने के बाद मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। किन्तु 17 जुलाई को हरिशयनी एकादशी से चातुर्मास प्रारंभ होने के कारण मांगलिक कार्य नहीं हो पाएंगे। 12 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी से विवाह मुहूर्त शुरू हो जाएगा।
पंडित पीयूश अवतार शर्मा ने बताया कि 5 जुलाई से लेकर 17 जुलाई तक मात्र छह मुहूर्त हैं। इसके बाद 12 नवंबर के बाद ही विवाह आदि मांगलिक कार्य हो पाएंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष नवंबर माह में सात और दिसंबर माह में आठ विवाह के मुहूर्त रहेंगे।
ग्रह के अस्त होने का कारण
पंडित पीयूष अवतार शर्मा ने बताया कि जब कोई ग्रह परिक्रमा करते हुए सूर्य के निकट आ जाता है तो सूर्य की चमक के आगे उसकी चमक फीकी पड़ जाती है। जिसके कारण वह आकाश में दिखाई नहीं देता है। इसी को ग्रह का अस्त होना कहा जाता है।
शुक्र और गुरू के अस्त होने पर क्यों नहीं होते मांगलिक कार्य
पीयूष अवतार शर्मा ने बताया ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को भोग विलास का नैसर्गिक कारण होने के कारण शुक्र दांपत्य सुख का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं गुरू कन्या के लिए पति कारक होता है। शास्त्रों के अनुसार इन दोनों ग्रहों का अस्त होना दांपत्य जीवन के लिए शुभ नहीं माना जाता है। इसी कारण विवाह का मुहूर्त देखते समय शुक्र और गुरू की अच्छी स्थिती देखी जाती है और शुक्र और गुरू के अस्त होने पर मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
विवाह मुहूर्त
मई : 10
जुलाई : 9, 11, 12, 13, 14, 15
नवंबर : 12,17 18, 23, 25, 27, 28 दिसंबर : 2, 3, 4, 6, 7, 10, 11, 14
नोट: यह सभी विचार मेरठ निवासी ज्योतिषाचार्य पंडित पियूष अवतार शर्मा जी के है। कृपया कोई भी उपाए करने से पूर्व उनसे 9997862935 नंबर पर संपर्क कर लें।
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