थलपति विजय की मूवी G.O.A.T. देखते हुए आपको शाहरुख खान की बीते साल आई ब्लॉकबास्टर ‘जवान’ याद आ जाती है। इस में फर्क बस इतना सा है कि वहां पर बाप-बेटे साथ मिलकर विलेन से लड़ते हैं और यहां पर बाप और बेटे के बीच ही मुकाबला है। विजय जोसफ को ‘दलपति’ विजय के नाम से हिंदी भाषी दर्शक पहचानते हैं, ये जाने बिना कि दलपति सिर्फ एक विशेषण है, नाम नहीं। विजय जल्द राजनीती में एंट्री कर सकते है।
जानकारी के अनुसार अगली फिल्म के बाद वह सिनेमा से संन्यास का फैसला भी ले चुके हैं। एक अभिनेता के तौर पर विजय की इस आखिरी से ठीक पहले की फिल्म को लेकर फैंस बेहद उत्साहित है। लेकिन, एक दिक्कत यहां भी है और वह ये कि ये फिल्म बड़े मल्टीप्लेक्स में हिंदी में रिलीज नहीं हो रही है।
अगर बात मूवी की कहानी की करें तो मूवी में गांधी जिसका रोल विजय निभा रहे है। एक एजेंट है उस की पहचान का पता उसके परिवार को भी नहीं है। साल 2008 में उसने एक देशद्रोही साइंटिस्ट मेनन को पकड़ने के लिए केन्या में एक स्पेशल ऑपरेशन में हिस्सा लिया था। इस ऑपरेशन में मेनन की फैमिली भी खत्म हो गई। कुछ समय बाद गांधी अपने परिवार के साथ थाईलैंड जाता है।
वहां उसका पांच साल का बेटा गायब हो जाता है और उसकी जली हुई लाश मिलती है। इस दुर्घटना के बाद गांधी की पत्नी उससे अलग हो जाती है। उसकी पत्नी और वह फिर से साथ आ जाते हैं। लेकिन अचानक विजय की जिंदगी में फिर से भूचाल आ जाता है, क्योकि उसके साथी अफसर एक के बाद एक करके मरने लगते हैं। अब गांधी इतने साल बाद अपनी जिंदगी में वापसी करने वाले इस अनजान विलेन से कैसे निपटता है? यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर जाना होगा।
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