लखनऊ। आगामी त्योहारों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस विशेष अभियान को 10 अक्टूबर तक सम्पन्न करने के निर्देश दिए हैं। विभिन्न विभागों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व व त्योहारों पर प्रदेश में आवागमन सामान्य अधिक होता है। साथ ही विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में आते हैं। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलना सुखद अनुभव वाला हो यह हम सभी की जिम्मेदारी है। साथ ही उन्होंने कहा कि गुड़ढामुक्ति और सड़कों की मरम्मत का काम अच्छी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए।
मंडी परिषद को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान सड़कों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। किसानों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए। सड़कों का निर्माण एफडीआर पद्धति से किया जाए। इस पद्धति के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के साथ साथ धन व समय की बचत होती है तथा कार्य की गुणवत्ता में सुधार होता है।
उन्होंने कहा कि मंडी समिति के अंतर्गत आने वाली सभी सड़कों की मरम्मत एवं ड्रेनेज का कार्य निर्धारित समय में पूर्ण किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि इस कार्य में क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। वहीं एनएचएआई के अधिकारियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण न हो जाए तब तक टोल टैक्स की वसूली न की जाए।
गड्ढा मुक्ति अभियान के लिए विभागीय कार्ययोजना से जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़कों के लिए बजट का कोई अभाव नहीं है, आवश्यकता है कि सभी विभाग बेहतर नियोजन करें। उन्होंने सभी विभागों को यह निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सड़क बनाने वाली एजेंसी व ठेकेदार सड़क बनने के अगले पांच वर्ष तक उसके अनुरक्षण की जिम्मेदारी भी उठाएगा।
इस बारे में नियम व शर्ते स्पष्ट रूप से उल्लिखित की जाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि विभागीय मंत्री व अधिकारी फील्ड में रैंडम दौरा कर निर्माण परियोजनाओं की साप्ताहिक समीक्षा करें। कार्यों के प्रति जवाबदेही भी तय की जाय। साथ ही मुख्यमंत्री ने कार्य को मैनुअल के स्थान पर मैकेनाइज़्ड किये जाने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि सभी विभागों के पास सड़क मरम्मत के लिए पर्याप्त इक्विपमेंट होने चाहिए। सड़कों के पैच ठीक करने की कार्रवाई ऑटो मोड पर की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर किए जाने वाले बेतरतीब कार्यों से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। सड़कों पर सीवर लाइन तथा पाइपलाइन आदि डालने के बाद ठीक ढंग से मरम्मत की जानी चाहिए। सड़कों पर ऊंचे ब्रेकर से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। अतः सड़कों पर टेबल टॉप ब्रेकर का निर्माण किया जाए।
योगी जी ने कहा कि गड्ढामुक्ति और नवनिर्माण के अभियान की जियो टैगिंग कराई जाए। इसे पीएम गतिशक्ति पोर्टल से जोड़ा जाना चाहिए, साथ ही इसी तर्ज पर अपना पोर्टल भी विकसित किया जाना चाहिए ताकि कार्य की गुणवत्ता की अनवरत मॉनीटरिंग की जा सके।
एक्सप्रेसवे की मरम्मत का कार्य भी आगे बढ़ाया जाए, जिससे पर्व व त्योहारों पर लोगों का आवागमन आसान हो सके। एमपी तथा एमएलए निधि के अंतर्गत बनी सड़कों की मरम्मत के लिए कार्य योजना तैयार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों की नगर पंचायत, नगर निगम तथा नगर पालिका परिषदों में प्राइम लोकेशनों पर स्मार्ट रोड की अवधारणा को आगे बढ़ाया जाए। स्मार्ट रोड पर एक जैसी फसाड लाइट लगाई जाएं। नगर विकास विभाग भी शहरों की फसाड लाइटिंग में समरूपता प्रदर्शित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शहरीकरण का निरंतर विस्तार हो रहा है। अवैध कालोनियों को किसी भी दशा में विकसित न होने दिया जाए। सड़क, बिजली पानी आदि बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के बाद ही नवीन कालोनियों का हैंड ओवर कराया जाए।