बरेली। साघन सहकारी समिति का बोर्ड लगाकार फर्जी चौकीदार वाजिद 150 वर्ष पुराने गंगा महारानी के मंदिर पर कब्जा जमाए हुए था। मंदिर के पूर्वजों का आरोप है कि वाजिद ने मंदिर में स्थापित गंगा मां और शिव लिंग को हटा दिया है। गुरुवार को प्रशासन ने जांच कराई तो परतें खुलने लगी। आरोपी मंदिर परिसर के दो कमरों को अपना घर कैसे बना लिया? वाजिद इस सवाल पर कोई उत्तर या प्रमाण नहीं दे सका।
वहीं दूसरी तरफ सरकारी रिकार्ड से भी पुष्टि हो गई कि वाजिद नाम का कोई कर्मचारी पहले कभी नहीं रहा, न ही अब तैनात है। उसे सात दिन में भवन खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है। भवन स्वामित्व का दावा करने वाले राकेश सिंह ने बताया कि वह वहां दोबारा मूर्तियों की स्थापना कराएंगे
साधना सहकारी समिति को किराए पर दिए थे दो कमरे
जानकारी के अनुसार 1905 में लक्ष्मण सिंह के पूर्वजों ने गंगा महारानी ट्रस्ट के नाम से रजिस्ट्री कर दी थी। मंदिर में गंगा महारानी की अष्टधातु की मूर्ति एवं सफेद रंग के शिवलिंग की स्थापना हुई थी, वहां क्षेत्र के लोग पूजा करने आते थे। 1956 में साधन सहकारी समिति की आवश्यकता पर पूर्वजों ने मंदिर भवन परिसर के दो कमरे सहकारी समिति को किराए पर दे दिए थे। शेष हिस्से में पूजा-पाठ होता था।
1975-76 में वाजिद खुद को समिति का चौकीदार बताकर देख-रेख करने लगा। इसके तीन वर्ष बाद समिति कार्यालय दूसरी जगह शिफ्ट हो गया, परंतु वाजिद दोनों कमरों पर काबिज रहा, समिति का बोर्ड भी नहीं हटाया। आरोप है कि धीरे-धीरे मुहल्ले में मुस्लिम आबादी बढ़ने लगी तो वाजिद हनक दिखाने लगा। उसने मंदिर की मूर्तियां हटाकर 250 वर्ग मीटर के पूरे भवन पर कब्जा कर लिया।
जानकारी के अनुसार कब्जे के कारण पिछले 40 वर्ष से वहां पूजा नहीं हो रही थी। राकेश ने मांग की कि पूरे भवन का सर्वे कराया जाए तो मंदिर का प्रारूप भी स्पष्ट हो जाएगा। उनकी शिकायत पर गुरुवार को डीएम रविंद्र कुमार ने जांच बैठाई।
अपर जिला सहकारिता अधिकारी ने माना अवैध रूप से रह रहा था वाजिद
अपर जिला सहकारिता अधिकारी अर्जुन सिंह ने बताया कि कटघर के भवन में समिति का कोई कार्यालय या गोदाम नहीं है। वाजिद नाम का कोई कर्मचारी भी रिकार्ड में नहीं है। उनके बयान के बाद प्रशासन की टीम ने माना कि वाजिद ने अवैध रूप से मंदिर भवन पर कब्जा किया है।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने दी यह जानकारी
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि थाना किला क्षेत्र के बाकरगंज में स्थित श्री गंगा मैया महारानी का एक मंदिर पड़ता है। जिस पर एक चौकीदार का कब्जा था, चौकीदार अपनी स्वेच्छा से कब्जा छोड़कर जा रहा है। पुलिस प्रशासन मौके पर है और किसी तरह की कानून व्यवस्था में कोई दिक्कत नहीं है।
हिंदू संगठनों ने लहराया भगवा
वाजिद के मकान खाली करने के बाद हिंदू संगठनों ने मंदिर की छत पर भगवा झंडा लहराकर खुशी व्यक्त की। इस अवसर पर कई हिन्दू संगठन मौजूद रहे। भगवा झंडा लहराने के बाद सभी जय श्री राम का उदघोष करने लगे।
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