नाथ नगरी बरेली में आयोजित होने वाले जावेद हबीब के सेमिनार को लेकर पिछले काफी समय से विवाद हो रहा था। आखिरकार हिन्दू संगठनों के विरोध के चलते प्रशासन ने जावेद हबीब के कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी जिसकी वजह से कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया।
बता दें इस संदर्भ में हिन्दू संगठनों द्वारा जिलाधिकारी बरेली को पत्र लिखकर इस सेमिनार पर रोक लगाने और जावेद हबीब के नाम से चल रहे सभी पार्लर बंद कराने की मांग की थी। संगठन का आरोप है कि जावेद हबीब का सेमिनार में सनातनी परंपरा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया जाता है, जिससे शहर की शांति व्यवस्था भंग हो सकती है।
इस विषय पर अखंड भारत गौरव ट्रस्ट के अनिल मुनि ने कहा कि जावेद हबीब के पूर्व के सेमिनार भी विवादों में रहे हैं। जिसमें उन्होंने महिलाओं के सिर पर थूककर बाल काटने और थूक लगाकर फेशियल करने जैसी गतिविधियां की थीं।
उन्होंने कहा कि जावेद हबीब अपने फैंस को भी इसी तरह की असंवेदनशील और अपमानजनक गतिविधियों के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि जावेद हबीब के सभी सेमिनारों और पार्लरों पर तत्काल रोक लगाई जाए, ताकि बरेली में शांति व्यवस्था कायम रह सके और धार्मिक सौहार्द को नुकसान न पहुंचे।
इस विषय पर राष्ट्र जागरण युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भारद्वाज ने कहा कि ऐसे लोगों का कार्यक्रम अपनी नाथ नगरी में होना शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि जावेद हबीब के नाम से चल रहे सभी पार्लर बंद कराये जाएं और ऐसे सेमिनार आयोजित करने वालों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए जिससे सभ्य समाज के विपरीत चलने वालों को सबक मिल सके।
वहीं विश्व हिन्दू परिषद के आशु अग्रवाल ने कहा कि हम सभी संगठनों को जावेद हबीब पर थूकने की इजाजत मिले फिर हम भी मांफी मांग लेंगे और तब वह अपना कार्यक्रम पूरे भारत में कहीं भी करे हम विरोध नहीं करेंगे। तब हमे किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी।
इस अवसर पर राष्ट्र जागरण के व्यापार प्रकोष्ठ के हरमीत सिंह, जीतू देवनानी, विषेश कुमार, राजू उपाध्याय, सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल लाला, प्रमोद मित्तल, रमेश चन्द्र अग्रवाल, संजय गोयल, सुषमा गौतम, सुमन भाटिया, प्रियंका कपूर आदि लोग जावेद हबीब के विरोध में सहभागी रहे।
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