उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी का कहर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। भीषण गर्मी के कारण मौत का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। लोगों का मानना है कि कोरोना के बाद एक बार फिर से मौत ने अपना तांडव मचा रखा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक लू लगने और गर्मी से प्रदेश में 189 लोगों की मौत हो चुकी हैं। मरने वालों में मतदान के लिए चुनाव ड्यूटी में तैनात 19 मतदानकर्मी और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। वहीं, बिहार में भी 10 मतदानकर्मियों की लू लगने से मौत की खबरें आ रही हैं।
प्रदेश के अधिकांश शहरों में पारा 45 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। तेज धूप के साथ लू का भी प्रकोप रहा। भीषण गर्मी के कारण वाराणसी और आसपास में चुनाव ड्यूटी में लगे 18 लोगों की मौत हो गई। सब सातवें चरण का चुनाव कराने के लिए पोलिंग पार्टियों के साथ जाने की तैयारी कर रहे थे। गर्मी का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि अकेले मिर्जापुर में ही आठ होमगार्ड और एक सुरक्षाकर्मी की मौत हुई है।
राजधानी लखनऊ में पारा 45.8 डिग्री तक पहुंच गया। हरदोई, कानपुर, वाराणसी, चुर्क, प्रयागराज, झांसी, सुल्तानपुर, फुरसतगंज में रातें में भी पारा गिरने का नाम नहीं ले रहा है। यहां न्यूनतम तापमान 30 डिग्री से 33.9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ समय में राज्य में कई इलाकों में बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही धूल भरी आंधी भी चल सकती है।
गर्मी के कारण कहां हुई कितनी मौतें
बुंदेलखंड और कानपुर समेत आसपास के जिलों में गर्मी के कारण अब तक 47 लोगों की मौत हो गई। इनमें हमीरपुर में 21, फतेहपुर में आठ, चित्रकूट में छह, कानपुर और महोबा में चार-चार, बांदा में तीन बरेली में एक और फर्रुखाबाद में एक बच्चे की जान चली गई।
जानकारी के अनुसार सभी गर्मी के चलते उल्टी-दस्त और बुखार से पीड़ित थे। वाराणसी, आजमगढ़ और मिर्जापुर मंडल के नौ जिलों में अब तक 68 लोगों की मौत हो गई। प्रयागराज और आसपास के जिलों में 36 लोगों की मौत की खबर मिल रही है। अवध में गर्मी से 20 लोगों की मौत हो गई।
गर्मी से मौत का कारण
बरेली के वरिष्ठ चिकित्सक ब्रजेश यादव के अनुसार भीषण गर्मी के कारण लोगों की तबीयत बिगड़ने से मौत हो रही है। उन्होंने बताया कि हमारे दिमाग में एक थर्मोस्टेट होता है। जो बाहर के तापमान के साथ शरीर के तापमान को बनाए रखने में सहायक होता है। ज्यादा गर्मी के कारण यह खराब हो जाता है। जिसका प्रभाव हमारे शरीर के विभिन्न अंगो पर पड़ता है। जिसकी वजह से उल्टी, दस्त, बुखार, हार्ड अटैक आदि समस्याएं हो सकती हैं।
हीट स्ट्रोक या गर्मी से बचने के उपाए
डॉ ब्रजेश यादव ने कहा बेतहाशा बढ़ रही गर्मी के कारण मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कई बार देखा गया है कि मरीज की ज्यादा स्थिती खराब होने के कारण मरीज को बचाना मुश्किल हो जाता है। मौतों को रोकने का सुरक्षा ही सबसे बेहतर उपाए है।
उन्होंने बताया कि जहां तक हो सके लोगों को कोशिश करनी चाहिए की तेज धूप में बाहर न निकले। लेकिन बाहर जाना अगर ज्यादा ही जरूरी है तो हमेशा सिर को ढक कर रखें और भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें। इसके साथ ही रसदार फलों का सेवन भी करते रहें।
डॉ यादव ने बताया कि गर्मी के मौसम में ज्यादा खाना नहीं चाहिए लेकिन पेट हमेशा भरा रहना चाहिए अर्थात खाना कम खाना चाहिए और पानी ज्यादा पीना चाहिए। उन्होंने बताया कि समय समय पर पानी जरूर पीते रहे क्यों तेज धूप के कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती है।