30 जुलाई के दिन को पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस के रूप में मनाता है। हालांकि मित्रता दिवस मनाने को लेकर कई सारी भ्रांतियां भी है। कुछ लोगों का मानना है कि मित्रता दिवस अगस्त महीने के पहले रविवार को मनाया जाता है वहीं कुछ लोग इसे 30 जुलाई को मनाते हैं। आज हम लोगों की इस भ्रांती को इस आर्टिकल के माध्यम से दूर करने का प्रयास कर रहे है।
मित्रता का अर्थ
माता-पिता और परिवार के साथ इंसान का रिश्ता जन्म से जुड़ा होता है। वहीं दोस्ती हम अपने स्वयं करते हैं। यह रिश्ता पूरी तरह से भावनाओं से जुड़ा होता है। कहा जाता है कि एक सच्चा दोस्त के कभी मां की तरह लाड करता है तो कभी पिता के समान संरक्षण और मार्गदर्शन करता है तो कभी बहन और भाई के समान आप पर प्रेम की वर्षा करता है। एक ही रिश्ते में इतने रूप होने और भावनात्म रूप से जुड़े होने के कारण इस रिश्ते का महत्व और भी बढ़ जाता है। कहा जाता है कि सच्चे मित्रों के बीच में स्वार्थ, लालच और द्ववेश जैसी भावनाएं नहीं होती है और जिसमें यह भावना होती है वह कभी भी आपका मित्र नहीं हो सकता।
जुलाई और अगस्त के मित्रता दिवस में अंतर
संपूर्ण विश्व में दो बार मित्रता दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, बांग्लादेश सहित भारत में अगस्त के पहले रविवार को मित्रता दिवस मनाया जाता है। वहीं अन्य देशों में 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया जाता है। हालांकि प्रचलित मित्रता दिवस अगस्त महीने के पहले रविवार को मनाया जाता है। लेकिन दोनों ही मित्रता दिवस में प्रमुख अंतर यह है कि जुलाई में मनाया जाने वाले मित्रता दिवस देशों के बीच मित्रतापूर्ण संबंधों पर आधारित है जबकि अगस्त मे मनाए जाने वाला मित्रता दिवस दो लोगों के बीच मित्रता पर आधारित है।
कैसे हुई मित्रता दिवस की शुरूआत
मित्रता दिवस मनाने का प्रस्ताव पहली बार डॉ रामन आर्टिमियो ने 20 जुलाई को एक बैठक में रखा था। इसी बैठक से ही द वर्ल्ड मैत्री क्रूसेड संगठन का जन्म हुआ था। यह संगठन रंग, धर्म और जाति से ऊपर उठकर मनुष्यों के बीच मैत्री पूर्ण संबंधों पर आधारित थी। तब से 30 जुलाई को मित्रता दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य विभिन्न देशों के बीच मैत्री पूर्ण संबंध स्थापित करना था।
कब हुई मित्रता दिवस की शुरूआत
अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस की शुरूआत 30 जुलाई 1958 को डॉ. रामन आर्टिमियों के प्रस्ताव पर द वर्ल्ड मैत्री क्रूसेड संगठन द्वारा की गई। यह एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। हालांकि आधिकारिक रूप से इसे मनाने की शुरूआत 2011 से हुई। विभिन्न देशों के बीच दोस्ती और मजबूती को बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने भी इसका समर्थन दिया।
क्यों हुई मित्रता दिवस की शुरूआत
संपूर्ण विश्व में शांति स्थापित करने और विभिन्न देशों के बीच समनवय स्थापित करने के लिए यूनेस्को ने इसको प्रोत्साहित करने की पहल की थी। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से तमाम देशों के बीच खुशी और प्रेम का संदेश फैलेगा। इस प्रकार यह एक विश्व शांति के रूप में अस्तित्व में आया।
सोशल मीडिया के दौर में मित्रता
सोशल मीडिया के विस्तार के साथ ही लोगों को अपने विचारों को प्रकट करने का एक अवसर मिला है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोग अपने स्वभाव के अनुसार या कहे एक जैसे विचारों वाले लोगों से मिलने का अवसर प्रदान करता है। गौर से देखा जाए तो सोशल मीडिया के माध्यम से और इसका सही उपयोग करके हम विश्व में शांति की मशाल और तेजी से फैला सकते हैं। साथ ही हमे यह भी ध्यान रखना चाहिए सोशल मीडिया जिस प्रकार शांति स्थापित कर सकता है तो वहीं नफरत की आग को भी फैला सकता है।