केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता ओमान चांडी का मंगलवार तड़के निधन हो गया। वह पिछले काफी समय से कैंसर से पीडित थे। उनका बेंगलुरू के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके बेटे चांडी ओम्मन ने अपने फेसबुक पेज से इसकी जानकारी दी।
केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के सुधाकरन ने ओमान चांडी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। ओमान चांडी के निधन पर केरल में शोक की लहर है। वहीं दूसरी तरफ केरल स्टेरी फिल्म के डायरेक्टर सुदीप्ता सेन ने ओमान चांडी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि ओमान चांडी दूसरे ऐसे नेता हैं जिन्होंने धर्म परिवर्तन को देश के लिए खतरा बताया था।
गौरतलब हो कि ओमान चांडी ने पिछले ही वर्ष राज्य का सबसे लम्बे समय तक विधानसभा सदस्य होने का रिकॉर्ड बनाया था। वह पिछले 52 वर्षों से लगातार विधायक रहे है।
27 साल की उम्र में पहली बार ओमान चांडी बने विधायक
1970 में हुए चुनाव में ओमान चांडी पहली बार विधायक बने थे। उस समय वह मात्र 27 वर्ष के थे। उन्होंने अपना पहला चुनाव पुठुपल्ली से लडा था। पहले ही चुनाव में वह भारी मतों से विजयी हुए थे। उसके बाद इसी विधानसभा क्षेत्र से उनकी जीत का सिलसिला जारी रहा। 53 सालों तक वह लगातार विधानसभा का चुनाव जीतते रहे।
ओमान चांडी दो बार रहे मुख्यमंत्री
ओमान चांडी 1970 से लगातार 53 सालों तक विधायक रहे। इस दौरान हुए सभी 11 चुनावों में उन्होंने विजय प्राप्त की। 53 सालों में एक भी चुनाव न हारने के कारण कांग्रेस में उनका नाम अजेय विधायक के रूप में लिया जाता था। ओमान चांडी को दो बार केरल का मुख्यमंत्री बनाया गया। पहली बार 2004 में उन्हें मुख्यमंत्री का पद संभाला था। उसके बाद दूसरी बार उन्हें 2011 में केरल का मुख्यमंत्री बनाया गया था।
डायरेक्टर सुदीप्तो सेन ने लिखा नोट
ओमान चांडी के निधन पर फिल्म केरल स्टोरी के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ओमान चांडी केरल के दूसरे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि केरल में धर्मांतरण एक बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि श्री चांडी सच्चे शब्दों में केरल और अपने देश से प्यार करते थे। उन्होंने कहा कि सच्चे शब्दों में वह केरलवासी हैं। क्योंकि उन्होंने राजनीति से अधिक महात्व अपने प्रदेश और अपने देश को दिया है।