दिल्ली। यदि मैं आपसे दुनिया के कर्ज़दार देशों के बारे में पूंछू तो शायद आप जवाब में श्रीलंका या पाकिस्तान का नाम लेंगे। इन दोनों ही देशों की आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि यह अपना लिया हुआ कर्ज लौटाना तो दूर जीवन यापन करना भी मुश्किल है। आपको आश्चर्य होगा कि दुनिया में सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाले दस देशों की लिस्ट में इन देशों का नाम कहीं भी नहीं है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर जिस देश का नाम है उसे देखकर आप चौक जाएंगे।
दुनिया के सबसे कर्ज़दार 10 देश
आमतौर पर कहा जाता है कि कर्ज एक दलदल के समान है। जो भी जितना कर्ज लेता है उतना ही इस दलदल में फंस जाता है। लेकिन यदि आप दुनिया के दस सबसे कर्ज़दार देशों की लिस्ट देखेंगे तो आप चौक जाएंगे। इसमें से कई देशों की गिनती विकासशील देशों में होती है। इन देशों ने कर्ज़ के पैसे से अपने देश को नई ऊचाई पर लाकर खड़ा कर दिया है। आपको बता दे यह लिस्ट जीडीपी के आधार पर तैयार की गई है।
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जापान
दुनिया के कर्ज़दारों की लिस्ट में पहला नाम जापान का है। जापान ने अपनी जीडीपी का 237 प्रतिशत ऋण लिया है। जापान पर कुल ऋण 9.087 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है।
ग्रीस
जीडीपी के अनुसार दुनिया के कर्जदारों की लिस्ट में ग्रीस का नाम दूसरे नंबर पर है। ग्रीस पर 379 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। गौरतलब हो कि ग्रीस को मजबूत अर्थव्यवस्था वाला देश कहा जाता है। अर्थशास्त्रियों के अनुसार जापान के मुकाबले ग्रीस से ऋण चुकाने की उम्मीद कम नजर आती है।
लेबनान
जीडीपी की दृष्टी से मध्यपूर्व के देश लेबनान कर्जदारों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर है। लेबनान पर 96.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। बता दे की प्रथम विश्वयुद्ध के बाद लेबनान फ्रांस के शासन में आया था। इसके बाद 1975 से 1990 तक लेबनान में लगातार गृहयुद्ध चला था।
गृहयुद्ध का प्रमुख कारण फिलिस्तीनी शरणार्थी, ईरान की क्रांति, अरब-इसरायल युद्ध और धार्मिक टकराव थे। इन्हीं कारणों से लेबनान को इतना कर्ज लेने की अवश्यकता हुई और वह दुनिया का तीसरा सबसे कर्जदार देश बन गया।
इटली
जीडीपी के अनुसार दुनिया के सबसे कर्जदार देशों की सूची में इटली का स्थान चौथे नंबर पर है। इटली पर कुल 4400 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। कहा जाता है कि जितने इटली के किस्से मशहूर हैं उतने ही मशहूर इटली के कर्ज के किस्से हैं।
सिंगापुर
जीडीपी के अनुसार सिंगापुर दुनिया का पांचवां सबसे अधिक कर्ज लेने वाला देश है। सिंगापुर पर 170.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। बता दे कि सिंगापुर गणराज्य एक द्वीप एवं शहर राज्य है, यह दक्षिण पूवर् एशिया में सतह क्षेत्र के अनुसार सबसे छोटा देश है। यह एक वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। यह दुनिया की सबसे घनी आबादी वाला देश है। सिंगापुर का वनस्पति उद्यान एक विश्व विरासत स्थल है।
केप बर्डे
जीडीपी के अनुसार केप वर्डे छठा सबसे कर्जदार देश है। यह अफ्रीका का एक द्वीपीय देश है। केप वर्डे पर कुल 150.58 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। गौरतलब हो कि 1444 में पुर्तगाली खोजकर्ता इस प्रायद्वीप पर आए थे जिसे वर्तमान में कैप-वर्ट कहा जाता है।
पुर्तगाल
जीडीपी के अनुसार पुर्तगाल दुनिया का सातवां सबसे अधिक कर्ज लेने वाला देश है। यूरोपीय देश पुर्तगाल पर 144.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। बता दे कि 15वीं एवं 16वीं सदी में पुर्तगाल के खोजकर्ताओं एवं उपनिवेशवादियों ने एक विशाल विदेशी साम्राज्य का निर्माण किया था जिसे पुर्तगाली गणराज्य के नाम से जाना जाता है।
अंगोला
कर्जदार देशों की सूची में अंगोला आठवें स्थान पर है। अफ्रीकी देश अंगोला पर 125.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। बता दें कि अंगोला तेल उद्योग के सकल घरेलू उत्पाद का करीब आधा हिस्सा चलाता है। जो इसके निर्यात का तकरीबन 90 प्रतिशत हिस्सा बनाता है।
भूटान
भारत का पड़ोसी देश भूटान भी दुनिया के सबसे कर्जदार देशों की सूची में नौवें स्थान पर है। भूटान पर 102.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है। बता दें कि भूटान की शक्तिशाली स्थानीय सरकार, उच्च जनसंख्या, थिम्पू का शहरी इलाका अमूमन भूटान में शहरी पर्यावरणीय मुद्दों में सबसे आगे रहता है।
स्पेन
स्पेन दुनिया के सबसे कर्जदार देशों की सूची में दसवें स्थान पर है। हालांकि पिछले दो वर्षों से स्पेन का ऋण धीरे धीरे कम हो रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि 2027 तक स्पेन अपना पूरा ऋण चुका देगा। वर्तमान में स्पेन पर 94.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण है।
भारत पर है कितना कर्ज
यदि भारत की बात की जाए तो भारत पर 23.3 लाख करोड़ रूपए का ऋण है। वहीं पाकिस्तान पर 20.686 ट्रिलियन रूपए का ऋण है। बात अगर श्रीलंका की करें तो श्रीलंका पर 51 अरब डॉलर का ऋण है।