सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इसी दिन से त्रेता युग की शुरूआत हुई थी। इस दिन किए गए सभी पुष्य कार्य अक्षय होते है और उसका फल कई गुना अधिक बढ़ जाता है। इसी दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार के रूप में परशुराम का जन्म हुआ था। साथ ही इसी दिन देवों के देव महादेव ने कुवेर को धनपति होने का आशीर्वाद दिया था इसीलिए कारण मान्यता है कि इस दिन स्वर्ण खरीदने से कुबेर देव और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
क्यों मनाई जाती है अक्षय तृतीया
मेरठ निवासी ज्योतिषाचार्य डॉ. पियूष अवतार शर्मा ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन ही त्रेता युग की शुरूआत हुई थी। इसके अतिरिक्त् इसी दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इसके साथ ही इसी दिन सुदामा ने श्रीकृष्ण को चावल भेट किए थे।
इसी दिन से वेद व्यास जी ने महाभारत की रचना आरंभ की थी। इस दिन भागीरथ के प्रयास से गंगा जी का अवतरण भी हुआ था तथा इसी दिन देवी अन्नपूर्णा का जन्म दिन भी मनाया जाता है। इसी दिन जगन्नाथ रथयात्रा निकलती है।
इसके अतिरिक्त इसी दिन भगवान शिव ने कुबेर को धनपति होने का आशीर्वाद दिया था। इसीलिए माना जाता है कि इस दिन कुबेर देव और मां लक्ष्मी की उपासना करने से व्यापार में वृद्धि होती है। इसी वजह से इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है।
अक्षय तृतीया का महत्व
ज्योतिषाचार्य डॉ. पियूष अवतार शर्मा ने बताया कि इस दिन कई ऐसी घटनाएं घटित हुई है जिसके कारण इस दिन का महत्व सबसे अधिक है। लेकिन इस दिन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस दिन किए गए सभी पुण्य कार्य अक्षय हो जाते है। अर्थात इस दिन किए गए सभी पुण्य कार्यों का फल हमेशा मिलता है।
इसी कारण से इस दिन को अक्षय कहा जाता है। चुकि यह पर्व तृतीया के दिन पड़ता है इसलिए इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। साथ ही इस दिन देवों के देव महादेव ने कुबेर को धनपति होने का आशीर्वाद दिया है। इसी कारण इस दिन कुबेर देव और मां लक्ष्मी की उपासना करने से व्यापार में वृद्धि होती है। कई लोग इसी वजह से इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ मानते हैं।
अक्षय तृतीया पर अपनाएं यह उपाय
ज्योतिषाचार्य डॉ. पियूष अवतार शर्मा ने बताया कि इस अक्षय तृतीया के दिन कुछ खास पौधे लगा लेने मात्र से माता लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं और घर में धन और वैभव की कभी कमी नहीं होती है।
तुलसी का पौधा
शास्त्रों में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय माना गया है। कहते हैं कि श्री हरि को तुलसी अति प्रिय है। इसी कारण तुलसी के पौधे में स्वयं धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है। मान्यता है पौधे की नियमित उपासना से इंसान आर्थिक रूप से समृद्ध बनता है।
घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाने से कर्जों से मुक्ति मिलती है। पियूष अवतार शर्मा ने बताया कि पौधा लगाते वक्त इस बात का ध्यान रहे कि इसे घर की उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा दिशा में ही लगाना चाहिए।
मनी प्लांट
धन और सृमद्धि के प्रतीक के रूप में मनी प्लांट का पौधा बहुत लोकप्रिय है। मान्यता है कि यह पौधा जितनी तेजी से बढ़ता है, घर में उतनी ही तेजी से धन आता है। घर में मनी प्लांट लगाते समय इस बता का ध्यान रखें कि इसे हमेशा दक्षिण पूर्व दिशा में ही लगाएं।
मनी प्लांट के पौधे को कभी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए। मनी प्लांट की पत्तियों को जमीन पर बिखरना अशुभ माना जाता है।
बांस का पौधा
घर के सामने बांस के पौधे का होना भी बहुत शुभ माना जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, अगर इसे ईशान कोण यानी कि उत्तर-पूर्व या फिर उत्तर दिशा में लगा दिया जाए तो घर में धन आने लगता है।
मान्यता है कि घर के सामने बांस का पौधा आपको कभी कंगाल नहीं होने देगा। जिन लोगों के घर छोटे हैं यह फ्लैट आदि में रहते हैं तो वह बांस का छोटा सा पौधा अपने ड्रॉइंग रूम या ऑफिस की टेबल पर भी रख सकते हैं।
दूब का पौधा
दूब घास को दूर्वा घास भी कहा जाता है। इसे शुक्र देवता के रूप में भी माना जाता है। मान्यता है घर के सामने दूब का पौधा उगा लें तो जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती है। बता दें घर के सामने दूब का पौधा लगाने के अनेक फायदे होते हैं।
संतान प्राप्ति के लिए भी घर के सामने इस पौधे को लगाना शुभ माना जाता है। साथ ही इस पौधे को लगाने से घर में हमेशा सुख-शांति का माहौल बना रहता है।
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नोट: यह सभी विचार मेरठ निवासी ज्योतिषाचार्य डॉ. पियूष अवतार शर्मा के हैं। कोई भी उपाए करने से पूर्व उनसे 9997862935 इस नंबर पर संपर्क कर लें। दृर्ग दृष्टी का उनके विचारों से कोई लेना देना नहीं है।