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भाजपा को परिवारवाद पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है: मीसा भारती

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पटना। राष्ट्रीय जनता दल की नेता मीसा भारती ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर अमर्यादित टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा उनकी छोटी बहन और सारण लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी नहीं कर सकती है।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा को राजनीति में परिवारवाद पर बोलने का ‘कोई अधिकार’ नहीं है।

मीसा ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि भाजपा और उसके नेताओं को एक पिता और उसकी बेटी के बीच के रिश्ते की पवित्रता की कोई समझ नहीं है। यही कारण है कि वे मेरी बहन के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करते रहते हैं।”

मीसा भारती भाजपा के उस आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रही थीं, जिसमें कथित रूप से ऐसा कहा गया था कि बीमार लालू ने सिंगापुर में रह रही अपनी बेटी आचार्य को किडनी देने के एवज में लोकसभा टिकट दिया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीति में परिवारवाद की बात केंद्र और राज्य की राजग सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान भटकाने के उद्देश्य से करती है। लालू पर अन्य उम्मीदवारों से पैसे लेकर टिकट देने और अपनी बेटी आचार्य को भी किडनी लेकर टिकट देने का आरोप लगाने वाले उपमुख्यमंत्री और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चैधरी पर पलटवार करते हुए पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार भारती ने कहा कि सबसे बड़ा जबरन वसूली रैकेट चुनावी बांड है, जिससे भाजपा सबसे बड़ी लाभार्थी रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य भाजपा नेताओं को भ्रष्टाचार पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। वे चुनावी बांड पर चुप क्यों हैं।

मीसा ने कहा कि चुनावी बांड मुद्दा सरासर उगाही है। इसने भाजपा नेताओं को उजागर कर दिया है कि कैसे वे चुनावी बांड के माध्यम से ‘रंगदारी’ में शामिल थे, जब उनकी पार्टी चुनावी बांड की सबसे बड़ी लाभार्थी है तो वे भ्रष्टाचार के बारे में कैसे बात कर सकते हैं और उनके पास ऐसे कई नेता हैं जो भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग केवल विपक्षी नेताओं के लिए हैं। इन एजेंसियों का इस्तेमाल केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। राजद नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सहित भाजपा नेता मतदाताओं से किए गए वादों पर चुप्पी साधे हुए हैं, दो करोड़ नौकरियां देने के वादे का क्या हुआ, उन अधिकांश लोगों के बारे में क्या जो मंहगायी का खामियाजा भुगत रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को गरीबी, बेरोजगारी और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की लंबे समय से चली आ रही मांग जैसे मुद्दों पर बात करनी चाहिए।

मीसा ने नवादा में हाल ही में हुई एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी के पैर छूने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैंने नीतीश कुमार का वह वीडियो देखा, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के पैर छुए, यह चौंकाने वाला था। नीतीश कुमार जी को क्या हो गया है। मुख्यमंत्री वरिष्ठ नेता हैं और वह प्रधानमंत्री के पैर छू रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नीतीश बिहार के अब तक के सबसे कमजोर मुख्यमंत्री हैं। राजग से हाथ मिलाने के बाद मुख्यमंत्री ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात करना बंद कर दिया है।

मीसा ने कहा कि बिहार की जनता और युवा राजग नेताओं के झूठे वादों को कभी नहीं भूलेंगे… वे लोकसभा चुनाव में उन्हें करारा जवाब देंगे।

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