नरेन्द्र मोदी

गठबंधन को राममंदिर से है नफरत: मोदी

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पीलीभीत। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दस साल के कार्यकाल में पहली बार पीलीभीत में चुनावी जनसभा में पहुंचे। चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने आईएनडीआईए गठबंधन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष को राम मंदिर से नफरत है। वहीं दूसरी तरफ जिले के सांसद वरूण गांधी और मेनका गांधी कार्यक्रम में नहीं आए। इतना ही नहीं भाजपा के पोस्टर-बैनर से भी वरुण गांधी गायब रहे।

चुनावी रैली के मंच पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, राज्यमंत्री संजय गंगवार, बरेली के सांसद संतोष गंगवार, बरेली के प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार और पीलीभीत के प्रत्याशी जितिन प्रसाद मौजूद रहे। 

नववर्ष और नवरात्रि की दी शुभकामना

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत भारत माता की जय के साथ की। उन्होंने देशवासियों को नवरात्रि और हिन्दू नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा आज से चैत्र नवरात्रि आरंभ हो रही है। देशभर में धूमधाम से शक्ति की उपासना की जा रही है। पूरा देश भक्ति में डूबा हुआ है और शक्ति की उपासना कर रहा है।

विपक्ष को है राम से नफरत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सपा, कांग्रेस के गठबंधन को भारत की विरासत की परवाह नहीं है। 500 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना। कल्याण सिंह ने राम मंदिर के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। अपनी सरकार समर्पित कर दी।

मोदी ने कहा पीलीभीत वालों ने विशाल बांसुरी अयोध्या को भेंट की। परंतु गठबंधन को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का आमंत्रण ठुकराकर उन्होंने भगवान श्रीराम का अपमान किया है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विपक्ष के जो लोग शामिल हुए थे, उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।

कांग्रेस ने शक्ति का किया अपमान

मोदी जी ने कहा कि पीलीभीत की धरती पर माता यशवंतरी देवी का आशीर्वाद है। यह आदि गंगा मां गोमती का उद्गम स्थल है। नवरात्रि के पहले दिन मैं देश को ये भी याद दिला रहा हूं कि कैसे गठबंधन ने शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई है। आज देश में जिस शक्ति की पूजा हो रही है, उस शक्ति का कांग्रेस ने अपमान किया है। जिस शक्ति के आगे सब शीश झुकाते हैं, उस शक्ति को उखाड़ फेंकने की बात ये कांग्रेस के नेता कर रहे हैं।

विपक्ष कर रही है तुष्टीकरण की राजनीति 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण के दलदल में इतना डूब गई है कि उससे कभी बाहर नहीं निकल सकती। कांग्रेस का जो घोषणा पत्र बनाया है, वो कांग्रेस का नहीं, बल्कि मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लगता है। तुष्टीकरण के दबाव में ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी, सीएए का भी विरोध कर रही है।

सपा पर साधा निशाना 

नरेंद्र मोदी ने कहा कि समाजवादी पार्टी जिस कांग्रेस के साथ खड़ी है, उस कांग्रेस ने 1984 में हमारे सिख साथियों के साथ जो किया वो कोई भूल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा सिखों के साथ पूरी शक्ति से खड़ी है, उनकी भावनाओं को समझते हुए काम करती है।

योजनाओं को गिनाया 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह पूरा क्षेत्र खेती किसानी के लिए जाना जाता है। 10 वर्ष पहले यूरिया की कालाबाजारी होती थी। किसानों पर लाठीचार्ज होता था। भाजपा के राज में यूरिया पर्याप्त मात्रा में मिल रही है। यूरिया की बोरी दुनिया में तीन हजार रुपये में मिलती है, लेकिन हमारी सरकार तीन सौ रुपये से भी कम में देती है।

उन्होंने कहा कि किसानों को सम्मान निधि मिल रही है। किसानों के बैंक खातों में 70 करोड़ हजार रुपये मोदी सरकार ने पहुंचाया है। पीलीभीत के किसानों के बैंक खातों में 850 करोड़ रुपये पहुंचे हैं। 

कम हुई गन्ना किसानों की परेशानी

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा के राज में गन्ना किसान अपने ही पैसे लेने के लिए तरसते थे। भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों की परेशानी को कम करने के लिए काम किया है। भाजपा के शासन काल में कई चीनी मिलें खुलीं हैं और कई का विस्तार हुआ है। ये काम लगातार किया जा रहा है।

दुनिया में बज रहा भारत का डंका

मोदी ने कहा कि यह आपके वोट की ताकत है कि आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। आपके वोट से मजबूत सरकार बनी है। भाजपा ने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत किसी से काम नहीं है। उन्होंने कहा कि जब नीयत सही होती है, हौसले बुलंद होते हैं तो नतीजे भी सही मिलते हैं। 

रैली से दूर रहे वरूण गांधी

दस साल के कार्यकाल में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पीलीभीत पहुंचे थे ऐसे मौके पर वरुण गांधी का न दिखना चर्चा का विषय रहा। बता दें कि दो अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में भी वह पीलीभीत नहीं आए थे। मगर मंगलवार को हुई इस जनसभा में उनका न होना चर्चा का विषय बना रहा। वरूण गांधी के अतिरिक्त पूर्व मंत्री डॉ. विनोद तिवारी भी प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नहीं दिखाई दिए। इतना ही नहीं भाजपा के पोस्टरों में भी वरूण गांधी नजर नहीं आए। बताया जा रहा है कि टिकट कटने के बाद से ही सांसद वरुण गांधी ने भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बनाए रखी है।  

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