इलेक्ट्रॉनिक्स जगत की जानी मानी कंपनी फॉक्सकॉन के बारे में तो आप सभी अच्छी तरह से जानते होंगे। बीते दिनों खबर सामने आई थी की फॉक्सकॉन भारत की वेदांता के साथ मिलकर करीब 1.5 लाख करोड़ के सेमीकंडक्टर बनाएगी।
वहीं अब खबर सामने आ रही है कि फॉक्सकॉन ने खुद को इस डील से बाहर कर लिया है। अभी तक इसका कोई सटीक कारण तो पता नहीं चल पाया है कि आखिर फॉक्सकॉन ने इस डील से मना क्यों किया, फॉक्सकॉन ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि फॉक्सकॉन वेदांता की पूरी तरह मालिकाना हक वाली कंपनी से अपना नाम हटाने को लेकर काम कर रही है। कंपनी ने कहा कि हमने वेदांता के साथ ज्वाइंट वेंचर को लेकर आगे न बढ़ने का फैसला किया है।
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि सेमीकंडक्टर के एक वीजन को हकिकत में बदलने के लिए वेदांता के साथ एक साल से अधिक समय तक काम किया था। लेकिन अब ज्वॉइंट वेंचर से बाहर निकलने का फैसला लिया गया है और यह फैसला आपसी बातचीत के जरिए लिया गया है।
कहां से हुई शुरूआत
13 सितंबर को गुजरात के गांधीनगर में दोनों कंपनियों के बीच एक समझौता हुआ था। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव व गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद थे। वहीं पिछले हफ्ते सेबी ने वेदांता पर जुर्माना का ऐलान किया था। वेदांता ने अपने एक बयान में कहा कि वह ज्वाइंट वेंचर की हेल्डिंग कंपनी काे टेकओवर करेगी, जिसने फॉक्सकॉन के साथ सेमीकंडक्टर बनाने के लिए करार किया था।