नई दिल्ली। चीन को पीछे छेाड़ते हुए भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार अब भारत की जनसंख्या चीन की तुलना में 29 लाख अधिक हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 68 प्रतिशत जनसंख्या 15 से 64 वर्ष के बीच की है। जबकि 65 वर्ष से ऊपर के मात्र 7 प्रतिशत लोग हैं। अनुमान के अनुसार भारत की आबादी का आधा हिस्सा औसतन 29 वर्ष का है।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की ‘द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट 2023’ के अनुसार भारत की जनसंख्या लगभग 142.86 करोड़ हो गई है, वहीं चीन की जनसंख्या 142.57 करोड़ है। अर्थात दोनों देशों की जनसंख्या में लगभग 29 लाख का अंतर है।
ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि इसका भारत पर क्या प्रभाव पडेगा। हालांकि इस रिपोर्ट के अनुसार भारत के लिए यह एक अच्छी खबर है क्योंकि इस समय भारत के पास युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। वहीं अगर हम चीन की बात करें तो चीन इस मामले में भारत से काफी पीछे है।
विशेषज्ञों के अनुसार यदि युवाओं की संख्या बच्चों और बूढे़ो से ज्यादा होती है तो इससे देश की अर्थव्यवस्था में काफी सुधार आता है। मोटे तौर पर यदि देखा जाए तो 15 से 64 साल की उम्र के लोग मेहन करने के लायक होते हैं जिससे आर्थिक तरक्की की संभावना ज्यादा रहती है। हालांकि इसका फायदा उठाने के लिए भारत के पास काफी कम समय शेष है।
एक अनुमान के अनुसार 2050 तक दुनिया में काम करने वाला हर छठा व्यक्ति भारत का होगा। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 68 प्रतिशत जनसंख्या 15 से 64 वर्ष की आयु के बीच है। इस प्रकार जनसंख्या का लगभग आधा हिस्सा 29 वर्ष की आयु से कम है।
अनुमान के अनुसार भारत की 27 प्रतिशत जनसंख्या 15 से 29 वर्ष के बीच की है। वहीं दूसरी तरफ 10 वर्ष से लेकर 19 वर्ष तक के किशोरों की संख्या 25 करोड़ से अधिक है। जबकि इस आयु वर्ग के इतने लोग विश्व के किसी दूसरे देश में नहीं हैं।
वहीं अगर चीन की बात करें तो चीन की मीडियन एज 39 साल है। विश्व के अधिकांश देश जो युवा आबादी के बल पर तरक्की कर रहे थे अब बुढापे की राह पर हैं। जानकारी के अनुसार ब्राजील, ब्रिटेन, अमेरिका और जापान जैसे देशों में मीडिल एज 34 से 49 वर्ष के बीच की है।
अनुमान के अनुसार अगले लगभग 15 वर्षों तक भारत में युवाओं की संख्या बढ़ती रहेगी। सरकारी रिपोर्ट यूथ इन इंडिया के अनुसार देश में 15 से 30 वर्ष तक के लोगों की संख्या 2026 तक 37 करोड़ एवं साल 2036 तक 35 करोड़ के करीब होगी।
गौरतलब हो कि हाल ही में भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोडते हुए दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था। वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2029 तक भारत विश्व की तीसरी बड़ी इकॉनामी बन सकता है। हालांकि अभी भी चीन की इकॉनामी भारत से छह गुनी अधिक है।
हालांकि भारत को इस मुकाम पर पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी पडेगी। क्योकि अभी भी भारत में आधे से कुछ कम लोग लेबर फोर्स में हैं। वहीं चीन की दो तिहाई वयस्क आबादी लेबर फोर्स में शामिल है।
भारत में लेबर फोर्स कम होने की सबसे बड़ी वजह महिलाओं की कम भागीदारी है। इसके अतिरिक्त एजुकेशन स्किल भी एक बड़ा मामला है। युनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक भारत में 47 प्रतिशत नौजवानों के पास रोजगार पाने लायक एजुकेशन और स्किल नहीं होगी।