रामेश्वरम कैफे

रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, 10 लाख का था इनाम

Top देश

दिल्ली। बंगलूरू के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बड़ी सफलता मिली है। एजेंसी ने साजिश के मास्टरमाइंड सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार दोनों ही आरोपी कोलकाता के पास अपना ठिकाना बनाकर छिपे हुए थे। आरोपियों के ठिकाने की सूचना मिलते ही एनआईए की टीम ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों ही आरोपियों को एनआईए कोर्ट लाया गया है।

रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एसपी सौम्यदीप भट्टाचार्य ने बताया कि गुरूवार को आरोपी मुसव्विर हुसैन शाजिब और ए मथीन अहमद ताहा का कोलकाता के पास एक ठिकाने में मौजूद होने का पता चला जिसके बाद एनआईए की टीम ने उन्हें पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि शाजिब ने कैफे में विस्फोटक रखा था और ताहा विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने का मुख्य साजिशकर्ता है।

पहचान छुपा कर रह रहा था रामेश्वरम कैफे विस्फोट का मास्टरमाइंड

एसपी भट्टाचार्य ने बताया कि 12 अप्रैल 2024 की सुबह एनआईए ने कोलकाता के पास आरोपियों का पता लगाने में सफलता हासिल की। आरोपी वहां पहचान बदल कर रह रहे थे। एनआईए, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक तथा केरल की राज्य पुलिस एजेंसियों के बीच समन्वित कार्रवाई और सहयोग से इस काम को अंजाम दिया गया।

10 लाख रुपये का था इनाम

एनआईए ने पिछले महीने इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी में मददगार साबित होने वाली सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। बेंगलुरु में ब्रुकफील्ड के आईटीपीएल रोड पर स्थित कैफे में एक मार्च को विस्फोट हुआ था और तीन मार्च को एनआईए ने इस मामले की जांच का जिम्मा संभाल लिया था।

यह भी पढ़ें: कच्चातिवु पर दिग्विजय सिंह ने दिया विवादित बयान, कहा क्या उस द्वीप पर कोई रहता भी है?

आरोपियों की तलाश में 18 ठिकानों पर छापेमारी हुई थी

एनआईए ने दोनों की तलाश में कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के 18 ठिकानों पर छापेमारी की थी। 29 मार्च से दोनों पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इससे पहले जांच एजेंसी ने ब्लास्ट केस में भाजपा कार्यकर्ता साई प्रसाद को भी हिरासत में लिया था।

एनआईए ने 1 हजार सीसीटीवी खंगाले

एनआईए ने मुख्य आरोपी की पहचान आसपास के एक हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच करके की थी। एजेंसी के मुताबिक, ताहा हमेशा टोपी पहनता था, जो उसने चेन्नई में रहने के दौरान खरीदी थी। संदिग्ध हमलावर शाजिब को विस्फोट के दिन वही टोपी पहने देखा गया था। जांच में पाया गया कि इस टोपी के सिर्फ 400 पीस ही बेचे गए थे।

सूत्रों का कहना है कि एनआईए को आरोपी की टोपी में बाल मिले, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट में मुख्य संदिग्ध शाजिब के माता-पिता के डीएनए सैंपल से इसे मिलाया गया। बाद में शाजिब के माता-पिता ने उसका सीसीटीवी फुटेज देखा और पुष्टि की कि जो व्यक्ति देखा गया वह उनका बेटा है। एजेंसी ने यह भी कहा कि संदिग्ध को आखिरी बार आंध्र प्रदेश में देखा गया था।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *