जब से दुनियां में जीवन की शुरूआत हुई है तभी से इंसानों में लगाता बदलाव आए है। इंसान पहले पत्थरों पर लिखता था। कच्चा मांस खाता था। उसके बाद उस ने पत्थरों को गोल आकार में काट कर उसे पहिए के रूप में इस्तेमाल करना सीखा, आग का इस्तेमाल करना सिखा जिसके बाद जीवन बदल गया।
क्या आप उस समय से आज की तुलना कर सकते है। उस समय से आज कितना कुछ बदल चुका है। एक बात तो पक्की है यह सब एक बार में तो नही हुआ होंगा। सब कुछ धीरे धीरे बदलता है बदलाव दुनिया का नियम है।
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चलिए एक उदहारण लेते है। पेटिंग के बारे में तो आप सभी ने सुना होंगा और कोई बड़ी बात नहीं है कि बचपन में आप ने भी पेंटिंग बनाई होगी । एक समय था जब हम पेंटिंग के लिए ब्रश का इस्तेमाल करते थे। और उसकी सहायता से कागज पर रंगों को भरा जाता था। बदलाव देखे ब्रश की जगह कंप्युटर पर स्तेमाल होने वाले टैक्लेट ने ले ली, रंगों की जगह कंप्युटर ग्राफिक ने ली। पर क्या पेंटिंग पूरी तरह खत्म हो गई नहीं, पर चलन कम हो गया। आज मार्केट में कितने पेंटर दिखते है जबकी यह एक समय का ट्रेंड था।
AI को समझे
AI आने वाला समय है। एआई का मपलब आप ऐसे समझ सकते है कि मशीन में भी इंसानों की तरह दिमाग आ जाए और वह खुद ही सारे काम कर सके। जी हां जैसे रजनीकांत की मूवी रोबोर्ट में चिट्टी के साथ होता था।
एक रोबोर्ट खुद ही सारे काम कर सकता है उसे किसी भी इंसान की जरूरत नही होती है। उसमें बस एक बार जानकारी डाल दी जाती है और छोटी मोटी समस्याओं को वह खुद ही सुलझाने की काबिलियत रखता है।
इसके लिए मै आप से अपना एक वाक्या सांझा करता हूं। मैंने की सुना था। एक व्यक्ति अपनी बात बता रहा था जब उसे अपने मोबाइल के लिए अच्छा प्लान नही मिल रहा था जैसा वही चाहता था।
वह कई बार दुकानों पर गया, कस्टूमर केयर से भी बात की असल में समस्या ये थी कि उसे नेट की कम और टॉकटाईम ज्यादा चाहिए था पर कस्टूमर केयार वाले उसे संतुष्टीजनक जानकारी नहीं दे पा रहे थे।
जिसके बाद वह नेटवर्क कंपनी की वेबसाईट पर गया वहा उसे एस मैसेज का बटन दिखा जिस पर क्लिक करने के बाद वह एक नई विन्डों पर चला गया जहा एक चैट बॉट लगा हुआ था। उस चैट बॉट ने उस व्यक्ति ने पूछा मैँ आप की क्या सहायता कर सकता हूं।
जिसके बाद उस व्यक्ति ने उस से उस प्लान के बारे में पूछा, उस व्यक्ति को अपनी सहुलियत के हिसाब का प्लान मिल गया। ऐसा इस लिए हो पाया क्योकि वह एक पुराना प्लान था। जो उस व्यक्ति को पसंद आया।
कंपनी के कर्मचारियों के पास इसकी कोई जानकारी नहीं थी, या कह सकते है उनका इस पर ध्यान ही नहीं गया। अब आप खुद ही सोच सकते है कंपनी के इतने सारे कर्मचारी वो काम नहीं कर पाए जो एक चैट बॉट ने कर दिया। आने वाला समय AI का है जो इसके हिसाब से अपने आप को ढाल लेगा वो बचा रहेंगा नही तो आपकी भी नौकरी जा सकती है।
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कहीं आप की नौकरी भी खतरे में तो नहीं
थोड़ी देर पहले हमने आप से रजनी कांत की मूवी रोबोट के बारे में बात की थी। जिस में चिट्टी नाम के रोबोट के अंदर इंसानी इमोशन, इंटेलिजेंस डाली जाती है पर एक गलत प्रोग्रांमिग की वजह से वह इंसानों पर ही हमला करने लगात है।
दोस्तों AI में मात्र कुछ प्रोगांमिग करके उसे कोई भी काम कराया जा सकता है बात सिर्फ इतनी सी है। काम करते समय आने वाली छोटी मोटी मुश्किलों को वह खुद संभाल सकता है। उसकी अपनी इंटेलिंजेस के बल पर मशीन के अंदर इंटेलिजेस डालना ही AI है।
AI कई सारे ऐसे काम कर सकता है जिसे करने में इंसान को काफी समय लग सकता है जैसे आर्टीकल लिखना, फोटो खीचना, एजुकेशन, मेडिकल आदि आप को पता होना चाहिए AI ने मेडिकल टेस्ट को पास कर लिया था। इस लिए इसे कम आकने की गलती न करें।
आप कल्पना करिए मेडिकल में छोटी मोटी दिक्कतों को मात्र कुछ प्रश्न पूछ कर उस का समाधान कर सकता है, ऐजुकेशन में कंटेंट को क्रिएट कर सकता है, आप एक एड कंपनी चलाते है आप को एड के लिए कॉपीराइट फ्री फोटो चाहिए आप किसी फोटो ग्राफर के पास जाएगे और मॉडल का शूट कराएगे या मात्र AI पर जाकर एक कमांड देकर मॉडल का फोटो क्रिएट कर लेगे। वह भी मात्र आधी से भी कम कीमत पर आगे आप खुद समझदार है