मॉस्को: यूक्रेन और रूस के युद्ध के बीच रूस ने यूक्रेन पर राष्ट्रपति की हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। क्रेमलिन ने इस हमले को आतंकवादी घटना करार करते हुए यूक्रेन पर हवाई हमले तेज कर दिए है जिसमें अब तक 16 लोगों की मौत की खबर आ रही है।
केमिलन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मंगलवार की रात को व्लादिमीर पुतिन की हत्या करने के उद्देश्य से यूक्रेन ने दो ड्रोन की मद्द से क्रेमलिन पर हमला किया था। लेकिन सेना और सुरक्षाबलों ने इसे पहले ही निष्क्रिय कर दिया था। हालांकि वीडियों में दोनों ही ड्रोन क्रेमिलन की एक बुर्ज से टकराते हुए दिखाई दे रहे हैं तथा ड्रोन का मलवा केमलिन के अंदर गिरता हुआ दिख रहा है। हालांकि रूसी अधिकारियों का कहना है कि हमले में किसी भी प्रकार का कोई नुक्सान नहीं हुआ है।
क्रेमलिन में नहीं थे पुतिन
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को जानकारी देते हुए क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव कहा हमले के वक्त राष्ट्रपति पुतिन क्रेमलिन में नहीं थे वह अपने नोवो ओगारियोवो स्थित अपने निवास से काम कर रहे थे। नोवोस्ती ने बताया कि दुश्मनों के ड्रोन उनका कोई नुक्सान नहीं पहुंचा पाए हैं। हत्या के प्रयास के बाद भी राष्ट्रपति हमेशा की तरह अपना काम पूरा करते रहे।
इस हमले के बाद अभी तक यूक्रेन की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है। वहीं क्रेमलिन ने भी इस घटना के संबंध में कोई सबूत पेश नहीं किया है। केमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि वह इस घटना को रूसी विजय दिवस से पूर्व पुतिन की हत्या के प्रयास के तौर पर देख रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस प्रकार कि घटना से डरने वाले नहीं हैं। सैन्य परेड अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समय पर ही होगी।
हमला पुतिन के लिए संदेश
विशेषज्ञों का मानना है कि क्रेमलिन पर ड्रोन हमला राष्ट्रपति की हत्या के लिए नहीं अपितु उनपर मनोवैज्ञानिक दवाब डालने के लिए किया गया था। इस हमले के बाद पुतिन के दिल में दहशत पैदा होगी जिसकी वजह से अपनी सुरक्षा और अधिक मजबूत करेंगे। क्योकि यह हमला 9 मई को होने वाली रूसी सैन्य परेड से पहले किया गया है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति अभी फिनलैंड का दौरा करने वाले हैं जो कुछ समय पूर्व ही नोटो का सदस्य बना है। वहीं कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इस हमले से यूक्रेन यह संदेश देना चाहता है कि वह रूस के अंदर हमला कर सकता है। हालांकि इससे पहले भी कई यूक्रेनी ड्रोन मॉस्को के आस पास देखे जा चुके हैं। लेकिन क्रेमलिन पर हमले को रूप सीधे चुनौती के रूप में ले सकता है।
रूस की जवाबी कार्रवाई से दहशत
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में रूस एक है। क्रेमलिन पर हुए हमले को रूस हल्के में नहीं लेगा। वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन पहले ही से पश्चिमी देखों के रहमों करम पर चल रहा है। ऐसे में यदि रूस ने अपने शस्त्रागार खोल दिए तो यूक्रेन के लिए उससे बचना मुश्किल हो जाएगा।