बरेली। समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव ने लोक सभा चुनाव में एंट्री कर दी है। राजनीतिक विरासत के सहारे आदित्य यादव ने संसदीय राजनीति में कदम बढ़ाया है। सपा के दिग्गज नेताओं के साथ उन्होंने सोमवार को कलक्ट्रेट में जिला निर्वाचन अधिकारी को सपा उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया।
बता दे कि शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव पिछले काफी समय से लखनऊ और इटावा में सहकारिता की राजनीति कर रहे थे। आदित्य यादव दोपहर दो बजे अपने सहयोगियों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे। इस अवसर पर उनके चाचा और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव और गुन्नौर क्षेत्र से सपा विधायक राम खिलाड़ी सिंह यादव साथ थे।
आदित्य ने नामांकन से पहले दरगाह और मंदिर पर टेका माथा
नामांकन का पर्चा दाखिल करने से पहले आदित्य यादव ने नगला मंदिर और बिरूआबाडी मंदिर में पूजा कर जीत के लिए प्रार्थना की। इसके बाद वह छोटे सरकार की दरगाह गए और वहां उन्होंने जीत के लिए दुआ कराई।
दिग्गज नेताओं और समर्थकों के पहुंचे कलक्ट्रेट
आदित्य यादव पूर्व विधायक आबिद रजा और सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव साथ थे। नामांकन के दौरान बड़ी संख्या में सपा समर्थक कलक्ट्रेट के बाहर रहे। पूर्व राज्यमंत्री प्रदीप यादव गुड्डू, पूर्व सांसद वीरपाल सिंह, असमोली की सपा विधायक पिंकी यादव, विधायक बृजेश यादव, पूर्व विधायक राजेश यादव, हाजी रईस की भी आदित्य यादव के समर्थ ने पहुंचे।
भ्रष्टाचार और बेरोजगारी है अहम मुद्दा
पत्रकार वार्ता में आदित्य यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में बनाया गया राजकीय मेडिकल कॉलेज वर्तमान में जर्जर स्थिति में है। आने वाले समय में ठीक कराया जाएगा। उन्होंने कहा भाजपा लगातार विभाजन और बंटवारे की बात करती है, उससे हमें लड़ना है।
भाजपा लोगों के बीच में भ्रम फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में बेरोजगारी, किसानों की समस्या, बढ़ता हुआ भ्रष्टाचार अहम मुद्दे रहेंगे। आलू व गन्ना किसानों के भुगतान की समस्या आ रही है। इसे भी मुद्दा बनाएंगे।
सिर्फ निर्वाचन क्षेत्र ही बदला है: धर्मेंद्र यादव
बदायूं के पूर्व सांसद व आजमगढ़ से सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मेरा टिकट कटा नहीं, सिर्फ संसदीय क्षेत्र बदला है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे बदायूं की जनता के बीच से आजमगढ़ की जनता के बीच भेजा गया है।
आजमगढ़ में भी समाजवादियों का वही इतिहास रहा है, जो बदायूं में रहा है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि नेताजी(मुलायम सिंह यादव) का दिल जिन जगहों पर रहा, उन जगहों से मुझे भी चुनाव लड़ने का मौका मिला।
धर्मेंद्र यादव ने भाजपा के घोषणा पत्र पर कहा कि मोदी जी कितनी ही अच्छी बातें कर लें लेकिन अब जनता उनकी बात मानने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र पर अब किसी को यकीन नहीं है। भाजपा का घोषणा पत्र झूठ के ढकोसले व जुमलों के अलावा कुछ नहीं है।
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