Harda Fire News: हरदा में पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 11 की मौत, 100 से अधिक घायल

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दुर्ग दृष्टि डेस्क। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में बैरागढ़ रेहटा में पटाखा फैक्टरी में मंगलवार सुबह आग लग गई। आग लगने के बाद भयानक विस्फोट होने लगे। धमाकों को असर 40 किलोमीटर दूर तक महसूस किया गया। धमाके इतनी तेज थे की आस पास की इमाते भी हिलने लगी थी। फैक्टरी में लगी आग ने आस पास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार 11 लोगों की मौत हो गई है जबकि 100 से अधिक घायल होने के अनुमान है।

गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए इंदौर, भोपाल और नर्मदापुरम भेजा गया है। घटना स्थल के आसपास के सात जिलों से फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस पहुंच गई हैं। जानकारी के अनुसार हादसे के समय 30 से अधिक मजदूर फैक्टरी में काम कर रहे थे। आशंका व्यक्त की जा रही है कि घायलों और मृतकों में बच्चे और महिलाएं भी है। शुरुआती जानकारी के अनुसार पटाखा फैक्टरी राजू अग्रवाल की है।

ब्लास्ट को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाई है। इतना ही नहीं स्थिती को नियंत्रित करने के लिए मंत्री उदय प्रताप सिंह को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटना स्थल भेज दिया है। वहीं सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इतना ही नहीं सरकार ने घोषणा की है कि हादसे में मारे गए लोगों के परिवार की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी और उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का सारा खर्च भी सरकार ही उठाएगी। हादसे से निपटने के लिए भोपाल से गए अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। हादसे को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा के प्रवास कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया दुख

हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। राष्ट्रपति ने कहा कि हरदा में आग लगने से अनेक लोगों की मृत्यु होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करती हूं। घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जो घायल हुए हैं, उनके जल्द से जल्द सेहतमंद होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन सबको मदद पहुंचा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष से प्रत्येक मृतक के रिश्तेदार को दो-दो लाख रुपये और घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

सड़क पर पड़ी हैं लाशें

हादसे के बाद पास की सड़क पर वाहन उछलकर दूर गिर गए। जिससे कुछ लोगों की मौत सड़क पर ही हो गई। उनकी लाशें वहीं सड़क किनारे पड़ी है। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग ने कहा कि कुछ लोगों की हालत गंभीर है, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा फोकस बचाव एवं राहत कार्यों पर है।

100 से ज्यादा मकानों को कराया खाली

फैक्टरी में ब्लास्ट के बाद आस-पास के 60 से ज्यादा मकानों में आग लग गई। वहीं फैक्टरी के आसपास सड़क पर कुछ शव भी दिखे हैं। 25 से अधिक घायलों को हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने 100 से ज्यादा घर खाली करवा दिए हैं। क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। फैक्टरी से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता है।

हरदा से भोपाल के बीच बनाया ग्रीन कॉरिडोर

हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। पटाखा फैक्टरी के घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से भोपाल के हमीदिया अस्पताल और एम्स भोपाल लाने की तैयारी है। पटाखा फैक्टरी के विस्फोट में गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को हरदा जिला अस्पताल से भोपाल भेजा गया है।

आसपास के सात जिलों से बुलाई एंबुलेंस

अचानक हुए इस भीषण हादसे में जिले की एंबुलेंस कम पड़ गई। गंभीरता को देखते हुए नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर और खंडवा समेत सात जिलों से एंबुलेंस हरदा के लिए बुलाई गई। भोपाल और इंदौर के मेडिकल कॉलेजों के साथ ही भोपाल के एम्स और आसपास के जिलों के अस्पतालों को घायलों के इलाज के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

मुख्यमंत्री ने की आपात बैठक

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार, एसीएस अजीत केसरी को हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हरदा के आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस हरदा पहुंचाई जा रही हैं। इसके साथ ही हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था के लिए सेना से संपर्क किया गया है। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और एम्भोस पाल में बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं।

होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टरों को तत्काल घटना स्थल पर रवाना कर दिया हैं। आग पर काबू पाने के लिए भोपाल, इंदौर, बैतूल, होशंगाबाद, भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजी गई। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

घटना की गृह सचिव करेंगे जांच

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि घटना दुखद है। सरकार पूरी मुस्तैदी से बचाव एवं राहत कार्यों में लगी है। प्रति परिवार चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। जांच के आदेश दिए गए हैं। गृह सचिव खुद जांच कर मुझे रिपोर्ट सौंपेंगे। इसमें दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

बचाव एवं राहत कार्य के लिए समिति गठित

मुख्यमंत्री के निर्देश पर बचाव एवं राहत कार्य के लिए समिति गठित की गई है। समिति का अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को बनाया गया है। उनके अलावा अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी, गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, होमगार्ड डीजी अरविंद कुमार और एडीजी आलोक रंजन को भी समिति में रखा गया है।

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