भारत ने अपने तीसरे चन्द्रयान को शुक्रवार सफलता पूर्वक लॉन्च कर दिया है। यह यान करीब 42 दिनों की यात्रा कर लगभग 23 या 24 अगस्त को चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा। यान की लैंडिग की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश की डॉ. रितु कारिधाल के कंधों पर है। मिशन की सफलता के साथ ही भारत दुनिया का चौथा चांद पर सफलता पूर्वक अपना यान उतारने वाला देश बन जाएगा। इस मिशन को लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिकों की निगाहें हैं।
यह मिशन संपूर्ण भारत के लोगों के लिए तो खास है। लेकिन उत्तर प्रदेश के लोग इस मिशन को लेकर बेहद उत्साहित है। चन्द्रयान 3 की लैंडिंग की जिम्मेदारी रॉकेट वूमन के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश की बेटी डॉ. रितु कारिधाल पर है। डॉ. रितु का हैसाला बढ़ाने के लिए उन्हें देशभर से शुभकामनाए मिल रही हैं। बता दे चन्द्रयान 3 में ऑर्बिटर के स्थान पर प्रोपल्शन मॉड्यूल का प्रयोग किया गया है। यह किसी संचार उपग्रह की तरह ही कार्य करेगा।
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बता दे इसरों ने चन्द्रयान 3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीष धवन स्पेस सेंटर से शुक्रवार दोपहर 2:35 बजे लॉन्च कर दिया गया है। 615 करोड की लागत से तैयार यह चन्द्रयान 42 दिनों की यात्रा कर 23 या 24 अगस्त को चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंड करेगा।
चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में किसी कोई भी कोई जानकारी नहीं है। इसरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चन्द्रयान 3 की लैंडिंग की जिम्मेदारी वरिष्ठ महिला वैज्ञानिक डॉ. रितु कारिधाल को सौपी गई है वह चन्द्रयान 3 की मिशन डायरेक्टर हैं। इस मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी. वीराम मुथुवेल हैं। चंद्रयान-3 में ऑर्बिटर नहीं बल्कि एक प्रोपल्शन मॉड्यूल है, जो किसी संचार उपग्रह की तरह काम करेगा।
कौन है डॉ. रितु कारिधाल
डॉ. रितु कारिधाल का जन्म 1975 में लखनऊ के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। बचपन से ही रितु को चांद सितारों और आसमान के रहस्यों को जानने में दिलचस्पी थी। बचपन से ही रितु को इसरो और नासा से संबंधित फोटो और जानकारी इकट्ठा करने का शौक था।
उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से ही भौतिकी में एससी और एमएससी की पढ़ाई की। आईआईएससी बंगलूरू से उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंगम में मास्टर डिग्री प्राप्त की। 1997 में डॉ. रितु ने इसरो में इंजीनियर के पद पर काम करना शुरू किया। चन्द्रयान 3 से पहले डॉ. रितु मंगलयान की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर और चन्द्रयान 2 की मिशन डायरेक्टर रह चुकी हैं।
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डॉ. रितु कारिधाल को चन्द्रयान का मिशन डायरेक्टर बनाना पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। प्रदेश की बेटी ने न केवल देश में बल्कि पूरे विश्व में उत्तर प्रदेश का नाम रौशन किया है। डॉ. रितु अपनी स्वयं की मेहनत से आज इस मुकाम पर पहुंची हैं। वह संपूर्ण देश की मातृशक्ति के लिए मिसाल बन गई है। आज प्रदेश ही नहीं पूरा देश उन पर गर्व कर रहा है। डॉ. रितु के कारण संपूर्ण विश्व में उत्तर प्रदेश का नाम रौशन हो रहा है।
– शैल उपाध्याय
(भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और समाज सेवी )